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मौत के साए में भविष्य गढ़ रहे नौनिहाल, परिजनों ने जर्जर भवन में जड़ दिया ताला

पापरा गांव के सरकारी स्कूल की हालात जर्जर है, जिसके लिए स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं के परिजनों ने मजबूर होकर स्कूल में तालाबंदी कर दी.

खतरे में नौनिहाल
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Published : Jul 10, 2019, 2:35 PM IST

Updated : Jul 10, 2019, 2:43 PM IST

बालोद: डोंडीलोहारा के पापरा गांव के सरकारी स्कूल की हालात बेहद जर्जर है. इसकी वजह से स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं खौफ के साय में पढ़ाई करने को मजबूर थे. बार-बार फरियाद के बाद भी जब सिस्टम ने कोई कदम नहीं उठाया तो छात्र-छात्राओं के परिजन ने एक रोज स्कूल में ताला जड़ दिया.

वीडियो

ग्रामीणों के इस कदम के बाद जिम्मेदारों की नींद टूटी और कलेक्टर के निर्देश पर विभाग के अफसर जांच के लिए स्कूल पहुंचे. बता दें कि पापरा गांव के मिडिल स्कूल की हालात बेहद खस्ता है. जिसके निर्माण के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से कई मर्तबा गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन के कान में जूं तक न रेंगी. बार-बार शिकायत के बाद भी जब कोई समाधान नहीं निकला तो छात्र-छात्राओं के परिजन ने नौनिहालों की भविष्य में मडराते खतरे को देखते हुए वो किया जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी.

ग्रामीणों को मिला आश्वासन
छात्र-छात्राओं के परिजन ने स्कूल में ताला जड़ दिया. स्कूल में तालाबंदी की सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए. इसके बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे. आज के बाद BEO ने ग्रामीणों को जल्द स्कूल भवन बनवाने का आश्वासन दिया.

पढ़ें: बिलाईगढ़: डॉक्टर की मनमानी से लोग नाराज, बदसलूकी करने का लगाया आरोप

ग्रामीणों ने दिया समय
बता दें कि जांच के पहुंच अफसर को ग्रामीणों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई. जांच अधिकारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने विभाग को समय दिया है. उन्होंने कहा कि समय रहते स्कूल नहीं बना तो स्कूल तालाबंदी कर अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजेंगे.

बालोद: डोंडीलोहारा के पापरा गांव के सरकारी स्कूल की हालात बेहद जर्जर है. इसकी वजह से स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं खौफ के साय में पढ़ाई करने को मजबूर थे. बार-बार फरियाद के बाद भी जब सिस्टम ने कोई कदम नहीं उठाया तो छात्र-छात्राओं के परिजन ने एक रोज स्कूल में ताला जड़ दिया.

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ग्रामीणों के इस कदम के बाद जिम्मेदारों की नींद टूटी और कलेक्टर के निर्देश पर विभाग के अफसर जांच के लिए स्कूल पहुंचे. बता दें कि पापरा गांव के मिडिल स्कूल की हालात बेहद खस्ता है. जिसके निर्माण के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से कई मर्तबा गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन के कान में जूं तक न रेंगी. बार-बार शिकायत के बाद भी जब कोई समाधान नहीं निकला तो छात्र-छात्राओं के परिजन ने नौनिहालों की भविष्य में मडराते खतरे को देखते हुए वो किया जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी.

ग्रामीणों को मिला आश्वासन
छात्र-छात्राओं के परिजन ने स्कूल में ताला जड़ दिया. स्कूल में तालाबंदी की सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए. इसके बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे. आज के बाद BEO ने ग्रामीणों को जल्द स्कूल भवन बनवाने का आश्वासन दिया.

पढ़ें: बिलाईगढ़: डॉक्टर की मनमानी से लोग नाराज, बदसलूकी करने का लगाया आरोप

ग्रामीणों ने दिया समय
बता दें कि जांच के पहुंच अफसर को ग्रामीणों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई. जांच अधिकारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने विभाग को समय दिया है. उन्होंने कहा कि समय रहते स्कूल नहीं बना तो स्कूल तालाबंदी कर अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजेंगे.

Intro:तालाबंदी कि रणनीति जागा प्रशासन जांच में पहुंचे विकासखंड शिक्षा अधिकारीBody:ग्रामीणों को दिया आश्वासन ग्रामीणों ने अधिकारी को सुनाई खरी खोटी कहा हम आपके कार्यालय में लगाते हैं विद्यालय आप यहां लगाओ कार्यालय

बालोद

एंकर - बालोद जिले के डोंडीलोहारा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पापरा में जब ग्रामीणों ने आंदोलन और तालाबंदी कि रणनीति बनानी शुरू की तो प्रशासन गहरी नींद से जागा प्रशासन हरकत में आया जहां विकासखंड शिक्षा अधिकारी यहां जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर के निर्देश पर जांच में पहुंचे जहां उन्हें ग्रामीणों ने अपनी नाराज़गी जाहिर की। माध्यमिक विद्यालय पहुंचे विकासखंड शिक्षा अधिकारी आर सी देशलहरा ने पूरे शाला भवन का भ्रमण किया जहां उन्होंने कहा कि भवन अब अध्ययन के लायक नहीं है इसे छोड़ दे।

वीओ - जांच में पहुंचे विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस संदर्भ में वर्ष 2018 में प्रपोजल बना के भेजा गया था पर अब तक किसी तरह की कोई राशि नहीं आयि है अधिकारी ने तुरंत विधायक और मंत्री से फोन पर चर्चा करने की बात कही जहां सभी पुराने दस्तावेज लेकर गए और ग्रामीणों को जल्द भवन निर्माण कराने की बात कही।

ग्रामीणों ने दिया समय

तालाबंदी को लेकर ग्रामीणों ने विभाग को समय दिया है पर उन्होंने कहा कि समय रहते अगर विद्यालय नहीं बना तो तालाबंदी कर के बच्चों को निजी विद्यालयों में भेजेंगे अधिकारी ने भ्रमण करने के बाद जाना की सच में कितनी स्थिति खराब है।

बाइट - आर सी देशलहरा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, डौंडीलोहाराConclusion:मध्यान्ह भोजन दूसरे जगह बनाने किया निर्देश

मध्यान्ह भोजन दूसरे जगह बनाया जा रहा है और बच्चे पुराने पंचायत में पढ़ाई कर रहे हैं जिनकी दूसरी लगभग 1 किलोमीटर है जहा आने जाने में काफी समय व्यर्थ होता है जहां पास के प्राथमिक शाला में बनाने की बात कही।
Last Updated : Jul 10, 2019, 2:43 PM IST
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