अम्बिकापुर: हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में कुछ लोग शव को कंधे पर रखकर जंगली रास्ते से जा रहे थे. वीडियो वायरल होने के बाद ऐसी खबरें आने लगी कि एम्बुलेंस ना मिलने के कारण शव को कंधे पर ले जाया जा रहा है. इसके अलावा भी कई तरह की बातें वायरल वीडियो को लेकर की जा रही थी. ईटीवी भारत ने क्षेत्र के ग्रामीणों से इस बारे में बातचीत कर वीडियो की सच्चाई का पता लगाया. ग्रामीणों से बातचीत के बाद मामला कुछ और ही निकला.
जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई: ईटीवी भारत की ओर से जब वायरल वीडियो की पड़ताल की गई तो पता चला कि ये वीडियो जिले के उदयपुर क्षेत्र के ग्राम पुटा का है. इस गांव की शान्ति देवी नाम की महिला कैंसर से पीड़ित थी. वो दरिमा क्षेत्र में अपनी बहन के घर गई हुई थी. कैंसर लास्ट स्टेज पर होने के कारण महिला को डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था. डॉक्टरों ने महिला को घर में रहने की सलाह दी थी. महिला के परिजन दरिमा में किसी बैगा से उसका इलाज करा रहे थे. महिला की हालत मरणासन्न होने पर उसे ऑटो से अस्पताल ले जाने का प्रयास किया. हालांकि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. महिला की मौत के बाद शव को परिजन गांव लेकर आ रहे थे. उसी समय का ये वीडियो है, जो कि काफी तेजी से वायरल हुआ था.
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क्षेत्र के दुकानदार ने दी जानकारी: वायरल वीडियो उदयपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है. इस बारे में उदयपुर के एक दुकानदार ने बताया कि, " वायरल वीडियो में महिला का शव था. महिला कैंसर से पीड़ित थी. उसे इलाज के लिये अस्पताल नहीं बल्कि किसी दूसरे गांव ले जाया गया था. वहां से आते समय ऑटो में उसकी मौत हो गई. क्योंकि रास्ते में कीचड़ था तो ऑटो वाले ने उन्हें उनके घर से करीब 500 मीटर पहले ही उतार दिया. उतनी दूर तक परिजन शव को कंधे पर लेकर गए."
अपनी बहन के घर गई थी महिला: वहीं, गांव के सरपंच नंदाराम ने बताया कि "मृतका का नाम शांति बाई था. वो अपनी बहन के घर दरिमा थाना क्षेत्र के अडची गई हुई थी. वहां से ऑटो से आ रही थी. उसी ऑटो में उसकी मौत हो गई. मृतका के परिजनों ने गांव में भी किसी को नहीं बताया. ना ही एम्बुलेंस को फोन किया. वहां से ऑटो से लाए और कुछ दूर तक उसके लड़के लोग पैदल कंधे पर शव ले गए. वे लोग अम्बिकापुर अस्पताल जा रहे थे. लेकिन रास्ते में मौत हो जाने के कारण वे सीधे गांव शव को लेकर आ गए."
कांग्रेस संचार विभाग ने की पुष्टि: इस बारे में कांग्रेस संचार विभाग ने प्रेस वार्ता की. इस दौरान कांग्रेस के संचार विभाग ने जानकारी दी कि ये महिला को उसके परिजन बैगा से इलाज के लिए ले गए थे. रास्ते में उसकी मौत हो गई. उसी शव को परिजन लेकर आ रहे थे. बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग पर कई सवाल खड़े हुए थे. हालांकि वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के बाद पता चला कि स्वास्थ्य विभाग का मामले से कोई लेना देना नहीं था. परिजन बैगा से महिला का इलाज कराने ले गए थे.