गौरी व्रत 2023 : सनातन धर्म में गौरी व्रत का बहुत ही महत्व है, गौरीव्रत माता पार्वती को समर्पित है. कुंवारी लड़कियां अच्छे पति के लिए यह व्रत रखती हैं, गौरीव्रत मुख्य रूप से गुजरात के लोगों द्वारा मनाया जाता है. यह व्रत 29 जून 2023 गुरुवार से प्रारंभ होकर सोमवार 03 जुलाई 2023 को समाप्त होगा. गौरी व्रत को मोलकट व्रत के नाम से भी जाना जाता है. यह व्रत आषाढ़ माह में 5 दिनों तक मनाया जाता है.गौरीव्रत आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से शुरू होता हैऔर पांच दिन बाद गुरु पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है. Gauri Vrat Significance . Gauri Vrat Muhurta .
गौरी व्रत 2023 तिथि-मुहूर्त
- गौरी व्रत 2023 तिथि (प्रारंभ)- गुरुवार, 29 जून 2023
- गौरी व्रत 2023 तिथि (समाप्ति) - सोमवार, 03 जुलाई 2023
- जया पार्वती व्रत 2023 तिथि- शनिवार, 1 जुलाई 2023
गौरीव्रत का महत्व
यह त्यौहार शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन शुरू होता है और पूर्णिमा के पांच दिन बाद या उसके बाद समाप्त होता है. भारत के कई हिस्सों में इसे मोरकट व्रत भी कहा जाता है. क्योंकि इस त्योहार में नमक नहीं खाया जाता. यह उत्सव अहमदाबाद में ग्यारह बजे शुरू होता है और पूनम के दिन समाप्त होता है . यह व्रत लड़कियां अपने परिवार के लिए करती हैं. यह व्रत देवी पार्वती को समर्पित है.