मौसम का मिजाज बताने वाला वर्षा मापी यंत्र बना दिखावे की वस्तु, किसानों को नहीं मिल रहा लाभ
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राजधानी पटना के मसौढ़ी में सांख्यिकी विभाग द्वारा पटना के ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तरीय स्वचालित वर्षा मापी यंत्र और प्रखंड स्तरीय मौसम सूचना यंत्र लगाए गया था, ताकि समय समय पर मौसम के मिजाज की पल-पल जानकारी सटीक रूप से मिल सके, इसके अलावा बेमौसम बारिश या मानसून की बारिश के साथ-साथ बारिश के आंकड़ों का डाटा इकट्ठा करने के साथ हर आपदा को लेकर किसानों को अलर्ट किए जाने को लेकर विभिन्न पंचायतों में स्वचालित मौसम वर्षा मापी यंत्र और प्रखंड स्तरीय मौसम सूचना यंत्र का अधिष्ठापन किया गया था, लेकिन अभी तक यह दिखावे की वस्तु बनकर रह गई है. किसी आमजन और किसानों को इससे लाभ नहीं मिल रहा है. जिला प्रशासन ने 4 मार्च 2022 से सभी पंचायतों में वर्षा मापी यंत्र की शुरुआत करने की घोषणा की थी लेकिन अभी तक यह पंचायतों में दिखावे की वस्तु बनकर रह गई है. कहीं भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.