Muharram 2023: रोहतास में हिन्दू समुदाय के लोग लेते हैं ताजिया की सलामी, 200 सालों से चली आ रही है परंपरा - Rohtas News
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रोहतास: बिहार के रोहतास में मोहर्रम को लेकर आपसी भाईचारा और सांप्रदायिक सद्भाव की अद्भुत परंपरा है. दरअसल कुछ ऐसा ही अनोखा नजारा जिले के करगहर में देखने को मिला. जहां ताजिया जुलूस के दौरान हिंदू ब्राह्मण ने ताजिया जुलूस की सलामी ली. बताया जाता है कि यह परंपरा करीब 200 सालों से चली आ रही है. बताया जाता है कि करगहर में प्रत्येक वर्ष मोहर्रम की जो जुलूस निकलती है. उसकी शुरुआत ब्राह्मण द्वारा किया जाता है. पिछले 200 वर्षों से करगहर के चेत पांडे के वंशज ही जुलूस की सलामी लेते रहे हैं. चेत पांडे के वंसज सोनू पांडे ने ही इस बार भी ताजिया जुलूस की सलामी ली. इस बार भी जब मोहर्रम की जुलूस निकली तो उसमें जिसकी शुरुआत हिंदू संप्रदाय के ब्राह्मण के द्वारा पहले करतब दिखाया गया. उसके बाद ही मुस्लिम धर्मावलंबी ताजिया जुलूस की शुरुआत की. परंपरा के अनुसार हिंदू संप्रदाय के ब्राह्मण व्यक्ति को ही पहले पगड़ी पहनाई जाती है, उसके बाद उन्हें सम्मानित किया जाता है. साथ ही ताजिया जुलूस के करतब की शुरुआत होती है. बताया जाता है कि यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है. करगहर में यह परंपरा कई दशकों से चली आ रही है. ताजिया के जुलूस के खलीफा कहते हैं कि दशहरा, रामनवमी, बजरंग जयंती से लेकर मोहर्रम और ईद का त्यौहार एक दूसरे के सामंजस्य के साथ मनाने की परंपरा रही है. देखें वीडियो..