Holi 2023: बेगूसराय में वृंदावन जैसी होली, दो दिन रंग खेलने की 100 साल पुरानी है परंपरा
बेगूसराय: धर्म संप्रदाय जाति बंधन से अलग आपसी भाईचारे का संदेश देने वाली होली देश के अलग हिस्सों में अपने-अपने तरीके से मनायी गई. बेगूसराय के मटिहानी गांव में होली मनाने की अपनी एक अलग परंपरा है. यह परंपरा सौ सालों से निभाई जा रही है. माना जाता है कि यहां की होली और वृंदावन की होली में समानता है. जिसके कारण गांव की अपनी पहचान बनी हुई है. यहां की होली में की यह खासियत यह है कि यहां 1 दिन नहीं बल्कि 2 दिन तक होली मनाई जाती है जिसमें जाति धर्म का भेदभाव भूलकर 80 साल के बूढ़े से लेकर 10 साल तक के बच्चे दो समूहों में बंटकर एक दूसरे पर रंगों की बरसात करते हैं. होली का आंनद लेने के लिए हर साल कोई ना कोई खास मेहमान मटिहानी गावं पहुंचते हैं. सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि मटिहानी गावं की यह होली उन्हें मथुरा यानि वृंदावन वाली होली की तरह दिखाई पड़ रही है.