इस्लामाबाद: पाकिस्तान में महंगाई पहले से चरम सीमा पर है. खाद्य पदार्थों समेत अन्य चीजों के दाम सातवें आसमान पर है. इस बीच नये साल की शुरुआत पर ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी गई. इससे लोगों की नाराजगी और बढ़ गई.
पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार (स्थानीय समय) को हाई-स्पीड डीजल की कीमत में 2.96 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत में 56 पाकिस्तानी पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की. इस तरह पाकिस्तान में एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 252.66 पाकिस्तानी रुपये हो गई. वहीं, हाई-स्पीड डीजल की अपडेट कीमत बढ़कर 258.34 रुपये प्रति लीटर हो गई.
एआरवाई न्यूज के अनुसार कीमतों में ये बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान और स्थानीय आर्थिक स्थितियों से प्रभावित नियमित संशोधनों का हिस्सा हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक महीने के भीतर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी है. रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सरकार पेट्रोलियम लेवी को कम करने में विफल रही है.
इसने पेट्रोलियम कीमतों में वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. पिछले डेढ़ महीने में पेट्रोलियम की कीमतों में 12.14 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार नवंबर में पाकिस्तान में विपक्षी दलों ने पेट्रोलियम की कीमतें बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की थी और तर्क दिया था कि इससे मुद्रास्फीति से प्रभावित नागरिकों पर और अधिक बोझ पड़ेगा.
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और जमात-ए-इस्लामी सहित कई प्रमुख विपक्षी दलों ने सरकार के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की. पाकिस्तानी न्यूज रिपोर्ट अनुसार जमात-ए-इस्लामी के अमीर हाफिज नईम-उर-रहमान ने देश में ईंधन की कीमतों में हुई वृद्धि की कड़ी आलोचना की. उन्होंने इसे 'शर्मनाक' बताया.
जियो न्यूज के अनुसार जमात-ए-इस्लामी के अमीर हाफिज नईम-उर-रहमान ने पेट्रोलियम कीमतों में हाल ही में हुई वृद्धि की कड़ी निंदा की और इसे 'शर्मनाक' बताया. जमात-ए-इस्लामी नेता ने आम जनता या औद्योगिक क्षेत्र को राहत प्रदान करने में असमर्थता के लिए सरकार की आलोचना की.
हाफिज नईम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जहां अंतरराष्ट्रीय कीमतें कम हो रही हैं, वहीं पाकिस्तान में कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह ईंधन की कीमतों में वृद्धि करके पीआईए की निजीकरण विफलताओं पर अपनी हताशा जनता पर न निकालें.
पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) को अकुशलता और अन्य मुद्दों के कारण बोली प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के राष्ट्रीय खजाने को भारी नुकसान हुआ है.