स्वच्छता सर्वेक्षण 2023: मसौढ़ी नगर परिषद में शुरू हुआ सिटिजन फीडबैक, लोगों ने कहा- सफाई के नाम पर होती है खानापूर्ति - मसौढ़ी न्यूज
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पटना: स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग को लेकर नगर परिषद मसौढ़ी के द्वारा साफ सफाई अभियान जोरों पर हो गई है. हर तरफ इसको लेकर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं. नुक्कड़ नाटक किए जा रहे हैं. दीवार लेखन किए जा रहे हैं लेकिन इसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सिटीजन फीडबैक लेना है. नगर परिषद मसौढ़ी में 34 वार्ड हैं, 34 वार्ड में जिला की टीम घर-घर जाकर लोगों से 10 बिंदु पर उनसे जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं, इसे फिर साइट पर अपलोड किया जाएगा. इसके अलावा क्यूआर कोड स्कैन कर भी फीडबैक दें सकते हैं. स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के तहत इन दिनो में शहरवासियों के बीच सिटीजन फीडबैक का कार्य शुरू हो चुका है. बताया जाता है कि 2016 से एमओएचयू द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता और सफाई संरक्षण है. यह नागरिकों को सेवा वितरण में सुधार लाने और स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में कस्बों और शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने में सहायक रहा है. स्वच्छ सर्वेक्षण का प्राथमिक लक्ष्य बड़े पैमाने पर नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना और कस्बों और शहरों को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाने की दिशा में मिलकर काम करने के महत्व के बारे में समाज के सभी वर्गों के बीच जागरूकता पैदा करना है. स्वच्छ भारत मिशन शहरी के दायरे में आयोजित वार्षिक सर्वेक्षण यह साबित करने का प्रयास में लोगों संसाधनों और अधिकारियों को जुटाने में कामयाब रहा है, स्वच्छ सर्वेक्षण में साफ-सफाई रखरखाव के अलावा सिटीजन फीडबैक काफी महत्वपूर्ण माना जाता है इसमें कुल 10 प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं. इनका सही जवाब शहर के नागरिकों को देना है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में शहर को उन्नत अंक प्राप्त हो सके, इसको लेकर सिटीजन फीडबैक कराया जा रहा है. पिछले साल 2021 में नगर परिषद मसौढ़ी का 47 वां अंक प्राप्त था इससे पहले उसके बाद 2022 में 36 अंक प्राप्त हुआ है. देखें वीडियो..