बगहा: आदिवासी छात्रा की हत्या के बाद बगहा में पुलिस प्रशासन ने महिलाओं की सुरक्षा को ले सख्त निर्णय लिया है. इसके तहत महिला सुरक्षा कोषांग बनाया गया है. साथ ही तेज तर्रार महिला कमांडोज की एक टीम भी बनाई गई है, जो स्कूल, कॉलेज और कोचिंग क्लासेस के बाहर तैनात रहेंगी और छेड़खानी जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों को सबक सिखाएंगी. इसके अलावा महिला किसी मुसीबत में मदद के लिए कॉल करेंगी तो कमांडोज की टीम मौके पर पहुचेंगी.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला कमांडोज की टीम तैयार
जिले में महिलाओं के साथ छेड़खानी, दुष्कर्म और बदसलूकी जैसे घटनाओं से निपटने के लिए बगहा पुलिस अधीक्षक किरण कुमार गोरख जाधव ने महिला कमांडोज की तैनाती की है. कमांडोज की टीम शिक्षण संस्थानों के सामने तैनात रहेंगी और छात्राओं की सुरक्षा के लिहाज से लफंगों पर नजर रखेंगी ताकि कोई भी छेड़खानी या बदसलूकी जैसी घटनाओं को अंजाम न दे सके.
महिला सुरक्षा कोषांग का गठन
महिलाओं के विरुद्ध अपराध नियंत्रण के दृष्टिकोण से महिला सुरक्षा कोषांग का गठन कर एक सरकारी मोबाइल नंबर जारी किया गया है. जिस नम्बर पर कोई भी महिला मुसीबत में पड़ने पर महिला सुरक्षा कोषांग से संपर्क साध सकती है. जिसके बाद महिला कमांडोज की टीम मौके पर पहुंच मामले का संज्ञान लेगी. दरअसल 14 मार्च को एक ऑटो चालक द्वारा आदिवासी छात्रा के साथ दुष्कर्म कर हत्या के बाद पुलिस सख्त हुई है और इस तरह का फैसला लिया गया है. महिला सुरक्षा कोषांग का नेतृत्व महिला सब इंस्पेक्टर बैलरी फ्रैंक करेंगी.
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ऑटो मालिकों को लिखना होगा चालक का नाम और नंबर
महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिला में चल रहे ऑटो व भाड़े पर चलने वाले वाहन मालिकों व चालकों का नाम नंबर थाने में अंकित कराना पड़ेगा. ताकि उन्हें आईकार्ड निर्गत हो सके. ताकि माहिलाएं रात में सफर करें और खुद को असुरक्षित महसूस करें तो अपने घर वालों को चालक की पहचान बता सकें.