पश्चिम चंपारण: नगर थानाध्यक्ष राकेश कुमार भास्कर ने बताया कि एएसपी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गयी है. शीघ्र ही इसका पता लगा लिया जाएगा कि पैसा किसने और कैसे निकाला है.
बैंक खाते से तीन बार में रुपए साफ
एफआईआर में एएसपी ने बताया है कि 9 सितंबर को 1174 रुपया, 18 अक्टूबर को 27129 और 21 अक्टूबर को 1174 रुपया उनके बचत खाते से बगैर उनकी सहमति के निकाल लिया गया है. जिससे उन्हें कुल 29 हजार 477 रुपये की क्षति उठानी पड़ी है.
क्या कहते हैं ASP शिवकुमार
इस मामले में जब ईटीवी भारत ने एएसपी शिव कुमार से बात की तो उन्होंने इसे साइबर क्राइम से अलग मामला बताया. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम केस तब बनता जब उनके एकाउंट से कुछ खरीदने के दौरान रकम डिडक्ट होती. लेकिन ये रुपए बैंक की ओर से ही काटे गए हैं जो कि अवैध है.
बता दें कि आए दिन लोगों के खाते से पैसा गायब होने के बावजूद भी लोग सचेत नहीं रहते हैं. लगातार लोगों को जागरूक भी किया जाता है कि कोई भी व्यक्ति से खाते से संबंधित कोई भी जानकारी शेयर ना करें. इसके बावजूद भी लोग जागरुक नहीं है.