ETV Bharat / state

Bettiah News : बेतिया में बाढ़ से पहले सताने लगा कटाव का डर, बांध के नाम पर खानापूर्ति का आरोप

बेतिया के नरकटियागंज स्थित गदियानी टोला गांव में लोगों को अभी से कटाव का खतरा सताने लगा है. लोगों का आरोप है कि हरबोरा नदी के तटबंध निर्माण में लापरवाही की जा रही है. इस कारण इस बार फिर से कटाव होने की आशंका है. क्योंकि यहां हर साल बाढ़ आती है और गांव के कई घर कटाव के कारण नदी में विलीन हो जाते हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 22, 2023, 5:43 PM IST

बेतिया में बाढ़ और कटाव की आशंका को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन

बेतिया: बिहार के बेतिया में बाढ़ और कटाव का डर बरसात से पहले लोगों को सताने लगा है. जी हां, नरकटियागंज के धूमनगर पंचायत के गदियानी टोला गांव में बाढ़ और कटाव का खतरा मंडराने लगा है. यह गांव हरबोरा नदी के किनारे है. इस नदी में हर साल बाढ़ और कटाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस कारण गांव के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. इसको लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम से लेकर सीएम तक को पत्र लिखकर बांध को मजबूत बनाने की मांग की है.

ये भी पढ़ें: बेतिया: बाढ़ आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट, जलजमाव वाले क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण

हर साल गांव में तबाही लाती है बाढ़: गांव के लोगों का कहना है कि हर साल बाढ़ तबाही लेकर आती है. इस कारण कई घर नदी में विलीन हो जाते हैं. अभी बरसात का वक्त है फिर गांव में बाढ़ के कारण तबाही होगी और कटाव शुरू होगा. अगर अभी ही बांध मजबूती से नहीं बांधा गया तो ना जाने कितने घर इस बार नदी में विलीन होंगे. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2017 में बाढ़ में एक दर्जन घर नदी में विलीन हो गए थे. इसके बाद लोगों ने नदी के डूब क्षेत्र से बाहर निकलकर दूसरी ओर घर बनाना शुरू किया था. आज फिर लोगों को कटाव का डर सता रहा है.

"जिस घर का कटाव हुआ है. वेलोग दूसरे घरों में शरण लिये हुए हैं. बार-बार ठेकेदार आता है दो-चार बोरा बालू रख देता है और काम खत्म. बांध की मजबूती पर काम नहीं होने से कटाव अभी से शुरू हो गया है. इस बार स्थिति ऐसी है कि अगर जोरदार बाढ़ आया तो पूरा गांव बह जाएगा"- ग्रामीण

बांध मजबूत करने के नाम पर हो रही खानापूर्ति: लोगों का आरोप हैं की हर साल हरबोरा नदी के कटाव में कई घर बह जाते हैं. प्रशासन की ओर से बांध के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है. लगभग 8 हजार आबादी वाले धूमनगर पंचायत का गदियानी टोला गांव के लोगों को इस बार कटाव डर सता रहा है. इसके बचाव को लेकर लोगों ने एसडीएम से लेकर सीएम तक पत्र भेजा हैं. ग्रामीणों ने बताया कि बांध के नाम पर हर साल एक दो बोरा बालू आकर बांध दिया जाता है. इसके बाद ठेकेदार और इंजीनियर देखने तक नहीं आते हैं. इससे अब लोगों में आक्रोश व्याप्त है. लोगों ने प्रदर्शन करते हुए गांव को बचाने की मांग की है.

बेतिया में बाढ़ और कटाव की आशंका को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन

बेतिया: बिहार के बेतिया में बाढ़ और कटाव का डर बरसात से पहले लोगों को सताने लगा है. जी हां, नरकटियागंज के धूमनगर पंचायत के गदियानी टोला गांव में बाढ़ और कटाव का खतरा मंडराने लगा है. यह गांव हरबोरा नदी के किनारे है. इस नदी में हर साल बाढ़ और कटाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस कारण गांव के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. इसको लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम से लेकर सीएम तक को पत्र लिखकर बांध को मजबूत बनाने की मांग की है.

ये भी पढ़ें: बेतिया: बाढ़ आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट, जलजमाव वाले क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण

हर साल गांव में तबाही लाती है बाढ़: गांव के लोगों का कहना है कि हर साल बाढ़ तबाही लेकर आती है. इस कारण कई घर नदी में विलीन हो जाते हैं. अभी बरसात का वक्त है फिर गांव में बाढ़ के कारण तबाही होगी और कटाव शुरू होगा. अगर अभी ही बांध मजबूती से नहीं बांधा गया तो ना जाने कितने घर इस बार नदी में विलीन होंगे. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2017 में बाढ़ में एक दर्जन घर नदी में विलीन हो गए थे. इसके बाद लोगों ने नदी के डूब क्षेत्र से बाहर निकलकर दूसरी ओर घर बनाना शुरू किया था. आज फिर लोगों को कटाव का डर सता रहा है.

"जिस घर का कटाव हुआ है. वेलोग दूसरे घरों में शरण लिये हुए हैं. बार-बार ठेकेदार आता है दो-चार बोरा बालू रख देता है और काम खत्म. बांध की मजबूती पर काम नहीं होने से कटाव अभी से शुरू हो गया है. इस बार स्थिति ऐसी है कि अगर जोरदार बाढ़ आया तो पूरा गांव बह जाएगा"- ग्रामीण

बांध मजबूत करने के नाम पर हो रही खानापूर्ति: लोगों का आरोप हैं की हर साल हरबोरा नदी के कटाव में कई घर बह जाते हैं. प्रशासन की ओर से बांध के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है. लगभग 8 हजार आबादी वाले धूमनगर पंचायत का गदियानी टोला गांव के लोगों को इस बार कटाव डर सता रहा है. इसके बचाव को लेकर लोगों ने एसडीएम से लेकर सीएम तक पत्र भेजा हैं. ग्रामीणों ने बताया कि बांध के नाम पर हर साल एक दो बोरा बालू आकर बांध दिया जाता है. इसके बाद ठेकेदार और इंजीनियर देखने तक नहीं आते हैं. इससे अब लोगों में आक्रोश व्याप्त है. लोगों ने प्रदर्शन करते हुए गांव को बचाने की मांग की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.