नई दिल्ली: सरकार ने जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान पीपीएफ, एनएससी जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है. एक अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी गई. सरकार ने 1 जनवरी 2024 से शुरू होने वाली तिमाही के लिए लगातार चौथी बार पीपीएफ और एनएससी समेत विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है.
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही, 1 जनवरी 2025 से शुरू होकर 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाली विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें, वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (1 अक्टूबर 2024 से 31 दिसंबर 2024) के लिए अधिसूचित दरों से अपरिवर्तित रहेंगी. अधिसूचना के अनुसार, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8.2 फीसदी की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज दर 7.1 फीसदी पर बनी रहेगी.
अधिसूचना में आगे कहा गया है कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर ब्याज दर 8.2 फीसदी बनी रहेगी. तीन साल की अवधि वाली जमा पर ब्याज दर मौजूदा तिमाही के अनुरूप 7.1 फीसदी पर बनी रहेगी.
सबसे लोकप्रिय पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) और पोस्ट ऑफिस बचत जमा योजनाओं पर ब्याज दरें भी क्रमश- 7.1 फीसदी और 4 फीसदी पर बरकरार रखी गई हैं. किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 फीसदी होगी और निवेश 115 महीने में मैच्योर होगा. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर ब्याज दर जनवरी-मार्च 2025 की अवधि के लिए 7.7 फीसदी पर बनी रहेगी.
मौजूदा तिमाही की तरह, मासिक आय योजना निवेशकों को 7.4 फीसदी ब्याज देगी. पिछली चार तिमाहियों से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. सरकार ने आखिरी बार पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कुछ योजनाओं में बदलाव किया था. सरकार हर तिमाही में डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की अधिसूचना जारी करती है.
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