बगहा: वीटीआर वन प्रमंडल दो के मदनपुर वनक्षेत्र के रिहायशी इलाके में एक हफ्ते से एक गैंडा विचरण कर रहा है. गैंडा के द्वारा लगातार ठिकाना बदलते रहने की वजह से उसे जंगल की तरफ भगाने में वन विभाग अब तक नाकाम रहा है. ऐसे में नेपाल से आया गैंडा किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
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रिहायशी इलाकों में गैंडे का दहशत: नेपाल के चितवन वन निकुंज से भटक कर वाल्मीकी टाइगर रिजर्व में पहुंचे गैंडे ने किसानों समेत वनकर्मियों के नाक में दम कर दिया है. एक हफ्ता पूर्व उक्त गैंडा मदनपुर वन क्षेत्र के नायगांव में दिखा था, जिसके बाद किसानों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. जब मौके पर वन कर्मी पहुंचे तो गैंडा उनपर हमलावर हो गया. लिहाजा वनकर्मी भाग खड़े हुए.
बार-बार बदल रहा लोकेशन: उसके बाद वनकर्मियों की एक टीम उसे जंगल की तरफ भगाने में जुटी. तब से गैंडा लगातार ठिकाना बदल रहा है. दो दिन पूर्व गैंडे को चिउटाहा वन क्षेत्र के रिहायशी इलाके के पास देखा गया था, लेकिन अब गैंडे ने एक बार फिर अपना लोकेशन बदल लिया है और शनिवार दोपहर उसे नगर परिषद से सटे मंगलपुर औसानी पंचायत के सबेया गांव स्थित सरेह में किसानों ने देखा.
वनकर्मियों ने जंगल में डाला डेरा: बता दें की गन्ना के खेत मे गैंडा ने अपना डेरा जमाया हुआ है. इसकी सूचना मिलते ही वीटीआर प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वीटीआर प्रशासन ने मदनपुर , चिउटांहा व बगहा वनक्षेत्र के रेंजर के नेतृत्व मे करीब दो दर्जन से अधिक वनकर्मियों की टीम को मौके पर भेजा है ताकि गैंडा को जंगल की ओर भगाया जा सके.
फसलों को नुकसान: दरअसल बांसगांव के सबेया गांव के समीप गन्ने के खेत मे काम करने गए किसानों ने काम करने के दौरान गन्ने के खेत मे गैंडा को देखा और डर कर काम छोड़ भाग निकले. इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. बताया जा रहा है की उक्त गैंडे ने दर्जनों किसानों की गन्ना और गेंहू की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है.
"जंगल से गैंडा आया है. वन विभाग ने चारों ओर से घेर लिया है. उसे जंगल में भगाने की कोशिश की जा रही है."- ग्रामीण
"गन्ने के खेत मे गैंडा दिखने की सूचना मिली थी. इस सूचना को गंभीरता से लिया गया है. मदनपुर, बगहा व चिउटांहा वनक्षेत्र के वनकर्मियों की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर गैंडा की निगरानी करने और जंगल की ओर लौटाने में लगे हुए हैं. ताकि जानमाल का नुकसान ना हो."- सुनील कुमार, वनक्षेत्र अधिकारी, बगहा