बेतिया: रामनवमी के अवसर पर पूरे प्रदेश में धूम रहा. जिले के मदनपुर में स्थित देवी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक आस्था का केंद्र है. रामनवमी के दिन हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इस शक्तिपीठ से पौराणिक मान्यताएं भी जुड़ा हुआ है. इसको लेकर प्रशासन ने भी कड़े इंतजाम किया था.
शहर के बगहा से 10 किमी दूर वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में मदनपुर का यह शक्तिपीठ मंदिर अवस्थित है. यह मंदिर पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है. इस शक्तिपीठ धाम पर पूरे उत्तर भारत सहित नेपाल से भी श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि यहां मांगी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. चैत्र रामनवमी के मौके पर भक्तों की काफी भीड़ जुटती है.
इस शक्तिपीठ से पौराणिक कथा भी जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि इस क्षेत्र के राजा मदन सिंह थे. मदन सिंह ने एक बार भक्त रहसु से देवी दर्शन की जिद कर दिये. भक्त रहसु के मना करने पर भी राजा मदन सिंह नहीं माने. इसके बाद देवी दर्शन तो दिये. लेकिन राजा के सभी परिवार वाले की मृत्यु हो गई.
यह मंदिर पूरे क्षेत्र में है प्रसिद्ध
मदनपुर देवी स्थान भक्तों के लिए आराधना का केंद्र बिंदु माना जाता है. भक्त बिना भय के टाइगर रिज़र्व क्षेत्र के जंगल में यहां दर्शन करने आते हैं. शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र के समय हजारों की संख्या में दूर दराज से भक्त आते हैं. प्रदेश में इस देवी स्थान को एक सिद्धपीठ स्थान माना जाता है.