गया : बिहार के गया में एक महिला ने मां-बेटी के रिश्तों को शर्मिंदा कर इज्जत की सौदागर बन गई. बेटी की इज्जत की रक्षा के लिए मां अपनी जान तक को निछावर कर देती है लेकिन गया में एक मां ने ही अपनी बेटी की इज्जत का सौदा कर दिया. पहले नशीली दवाओं को खिलाकर उसका सौदा किया, फिर देह व्यापार करने के लिए उसके साथ जुल्म की सारी हदें पार कर दी. मना करने पर रस्सी से बांध कर रखती थी.
नाबालिग से मां कराती थी देह व्यापार : किशोरी की दर्द भरी पुकार से भी उसकी ममता नहीं जागी. मामला तब उजागर हुआ जब पीड़ित नाबालिग फरियाद लेकर गया कोर्ट पहुंची और बताया कि बुनियादगंज थाने में भी उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है. पीड़ित नाबालिग ने गया कोर्ट में कंप्लेंट केस दर्ज कराया है, उसने अपने आवेदन में कहा है कि उसकी सगी मां ही देह व्यापार में धकेलने में लगी है.
मना करने पर रस्सी से बांध करती थी पिटाई : बता दें कि उसके पिता की मौत के कुछ महीने पहले हो गई थी. जिसके बाद उसकी मां ने उसके साथ जबरन देह व्यापार करने के लिए मजबूर किया. कई बार उसे नशे की सुई और दवा भी देती रही, जब उसको इसका पता चला तो उसने विरोध किया, तब मां ने खुलेआम उसके साथ मारपीट करने लगी और घर पर पुरुषों को बुलाकर देह व्यापार करने पर मजबूर करने लगी. इससे परेशान होकर वह किसी तरह भाग कर गांव में ही अपनी चाची के पास पहुंची और उसे पूरी घटना के बारे में बताया.
स्थानीय थाने ने नहीं दर्ज की शिकायत : गांव की ही रिश्ते में लगने वाली चाची को पीड़ित ने घटना के बारे में बताया, तभी वह महिला अपने साथ नाबालिग पीड़ित को लेकर स्थानीय थाना पहुंची, लिखित आवेदन भी दिया, लेकिन थाने ने इसकी शिकायत दर्ज नहीं की, कई बार महिला पीड़ित को लेकर थाने गई, लेकिन थाने के किसी अधिकारी ने उसकी एक न सुनी, इसके बाद थक हार कर पीड़ित ने कोर्ट में कंप्लेंट केस दर्ज कराया है. पीड़ित ने मां समेत गांव के ही तीन व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया है.
वरीय अधिकारियों ने भी नहीं सुनी शिकायत : अधिवक्ता रोशन कुमार ने बताया कि पीड़ित की जानकारी के बाद गया के वरीय पुलिस अधीक्षक,आईजी, डीजीपी को डाक के माध्यम से पत्र भेजा गया था, थाना में केस दर्ज कराने के लिए पीड़ित ने आग्रह किया था, लेकिन इतने संगीन मामले पर ध्यान नहीं दिया गया. कोई कार्रवाई नहीं होते देखकर कोर्ट में कंप्लेंट केस दर्ज कराया गया है.
''नाबालिग पीड़ित के पिता नहीं है और घर में कोई ऐसा पुरुष नहीं है जो उसकी सहायता करता. पीड़ित के अनुसार वह आठवीं कक्षा की छात्रा थी, मां ने उसकी पढ़ाई बंद करवा कर जबरन देह व्यापार का कार्य करवाती थी, अब पीड़ित इंसाफ के लिए कोर्ट पहुंची है.''- रोशन कुमार, पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता
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