बगहा : कोरोना महामारी की चुनौतियों से पूरा देश गुजर रहा है. लॉकडाउन की वजह से अधिकांश दुकानें बंद हो गई हैं, जिस वजह से लोगों का व्यवसाय भी चौपट हो गया है. ऐसे में दर्जनों लोगों के रोजी-रोटी का सहारा मास्क बन गया है. लोग अब अपने मूल व्यवसाय की जगह मास्क की दुकान खोल कर अपनी जीविका चला रहे हैं.
मास्क का व्यवसाय बना दर्जनों परिवार का सहारा
लॉकडाउन की वजह से सम्पूर्ण देश के अधिकांश लोगों का व्यवसाय बंद हो चुका है. कई ऐसे छोटे दुकानदार हैं, जिनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में समय के साथ समझौता कर लोगों ने मूल व्यवसाय बंद होते ही मास्क की दुकानों की तरफ रुख कर लिया है. अब यही दुकान उनके परिवार के रोजी-रोटी का सहारा बना हुआ है.
सैकड़ों लोगों ने खोल रखी है मास्क की दुकान
बगहा में शहर हो या गांव, सैकड़ों लोगों ने ठेले और अपनी सुविधानुसार मास्क की दुकानें खोल ली हैं. इन दुकानों पर अलग-अलग डिजाइन और रंग-बिरंगे मास्क मिल जाएंगे. हालांकि जैसे ही लॉकडाउन हुआ बाजार में मास्क की डिमांड बड़े पैमाने पर बढ़ गई. जिस वजह से मास्क बाजार से गायब ही हो गए, लेकिन एक सप्ताह के भीतर स्थिति सामान्य हुई और यही मास्क अब लोगों का संकट दूर कर रहा है.
अभी भी है भारी डिमांड
देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है कि सड़कों पर बिना मास्क लगाए नहीं घूमना है, ऐसे में इन मास्क दुकानदारों के लिए सरकार का यह आदेश किसी जीवनदायिनी से कम नहीं है. दुकानदारों का कहना है कि पहले मास्क को लेकर लोगों में इतनी जागरूकता कभी नहीं दिखी, लेकिन अब कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क खरीदने वाले लोगों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है.