बगहा: जिले में पहली कक्षा से 8वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को पुस्तकें मुहैया कराने के किये पुस्तक मेला का आयोजन किया गया. लेकिन प्रकाशकों की लापरवाही के कारण अधिकांश अभिभावकों को किताबें नहीं मिल पाई. जिसको लेकर आक्रोशित अभिभावकों ने प्रदर्शन किया और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ये भी पढ़ें- लखीसराय में 14 और 21 मार्च को होगी 17 केंद्रों पर सिपाही भर्ती की परीक्षा, तैयारी पूरी
अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
कोविड महामारी के बीच लंबे समय बाद पहली कक्षा से पाचवीं तक के क्लास शुरू हुए हैं. लिहाजा शिक्षा विभाग की ओर से छात्र-छात्राओं की बेहतर पढ़ाई के लिए विभिन्न विद्यालयों में पुस्तक मेला का आयोजन किया गया. जिसमें पहली कक्षा से 8वीं तक की पुस्तकें विद्यार्थियों को देनी थी, लेकिन प्रकाशकों की लापरवाही के कारण पुस्तक मेला की हवा निकल कर रह गई और अभिभावक पुस्तकें खरीदने से वंचित हो गए. जिसको लेकर अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया.
खाते में आई थी राशि
पुस्तकें खरीदने के लिए विभाग ने पूर्व में ही अभिभावकों के खाते में राशि भेज दी थी. विद्यालय के प्रधानाचार्य का कहना है कि प्रकाशक पहले दिन सिर्फ छठी से आठवीं तक का पुस्तक लेकर पुस्तक मेला में पहुंचे थे. नतीजतन पहली से 5वीं के अभिभावकों को खाली हाथ लौटना पड़ा. वहीं, दूसरे दिन इतनी देरी से पहुंचे कि अधिकांश अभिभावक लंबे इंतजार के बाद घर वापस लौट गए.
ये भी पढ़ें- 41 नेताओं ने RLSP से दिया इस्तीफा, कहा- उपेंद्र कुशवाहा कर रहे JDU में विलय की तैयारी
प्रकाशक को ठहराया गया जिम्मेदार
वहीं, इन सभी मामलों पर प्रखंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि प्रकाशक की लापरवाही की वजह से अभिभावकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. ऐसे में कहने में कोई अतिशयोक्ति नही की प्रकाशकों की उदासीनता या लापरवाही का खामियाजा नौनिहाल भुगत रहे हैं. इसके साथ ही किताबों के अभाव में उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है.