पश्चिम चंपारण: पूरा विश्व कोरोना महामारी का दंश झेल रहा है. समाज का हर तबका कोरोना संक्रमण से लड़ने में जुटा हुआ है और अपने तरीके से इससे निपटने का प्रयास कर रहा है. इसी क्रम में जिले का एक चित्रकार अपनी कला का सदुपयोग समाज के लोगों को जागरूक करने में कर रहे हैं. वे गांव और शहरों में अपने कार्टून और पेंटिंग्स के जरिए लोगों को कोरोना से बचने का संदेश दे रहे हैं.
पेंटर बना कोरोना योद्धा
बगहा के रतनमाला अंतर्गत वार्ड नं-35 के रहने वाले नंदकिशोर पेंटर ने लॉक डाउन में कोरोना संक्रमण के जरिए को ही दिखाकर इससे बचाव के उपाए बताए. दरअसल पटना कला एवं शिल्प महाविद्यालय से पेंटिंग की डिग्री ले चुके नंदकिशोर सहनी समाज को सकारात्मक संदेश देने के लिए गांव और शहर की दीवारों पर पेंटिंग्स और कार्टून बना रहे हैं.
सकारात्मक संदेश देता पेंटिंग
लॉक डाउन में रोजगार पर अंकुश लग गया तो पेंटर नंदकिशोर ने अपनी पेंटिंग्स को समाज को संदेश देने का जरिया बना लिया. नंदकिशोर अब तक दर्जनों गांव और शहरों की दीवारों पर अपनी सकारात्मक पेंटिंग्स के जरिए कोरोना से बचने की तमाम सावधानियों को दीवारों पर उकेर चुके हैं.
'हर व्यक्ति कोरोना योद्धा'
नंदकिशोर साहनी ने बताया कि इस महामारी के दौर में हर वो व्यक्ति कोरोना योद्धा है, जो समाज में लोगों को किसी न किसी माध्यम से जागरूक कर रहा है, उनका कहना है कि इस संकट की घड़ी में कोई भी व्यक्ति पैनिक न हो, इसलिए अपने पेंटिंग्स से वे लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
हर तरफ हो रही सराहना
पेंटर नंदकिशोर की इन पेंटिंग्स की चारों तरफ सराहना हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि इन पेंटिंग्स में लिखे संदेश का उनपर असर पड़ रहा है और लोग इसका अनुसरण भी कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि इन संदेशों का ही असर है कि गांव सुरक्षित है और अब तक यहां कोई कोरोना संक्रमित नहीं मिला है. बता दें कि पाश्चिम चम्पारण में अब तक कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है.