पश्चिम चंपारण(बेतिया): आजादी के बाद से ही गदियानी जाने वाली ग्रामीण पथ बदहाल है. जर्जर हो चुके इस सड़क को दुरुस्त करने की गुहार ग्रामीणों ने सभी से लगाई लेकिन इनकी गुहार अनसुनी ही रह गयी.
सड़क का इंतजार
केंद्र एवं राज्य सरकार भले ही हर दिन ग्रामीण सड़कों को मुख्य सड़क से जोड़ने की बात करती हो लेकिन सरजमीं की सच्चाई कुछ औऱ ही बयां कर रही है. नरकटियागंज प्रखंड की ग्रामीण सड़क करीब आधा दर्जन गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ती है. हजारो की आबादी के लिए यह एकमात्र ग्रामीण सड़क है. इन गांवों में मुस्लिम एवं जनजातीय बाहुल्य के लोग रहते है. आज सड़क की जर्जर अवस्था के कारण लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है.
कब बनेगी सड़क ?
यहां के लोगों को खासकर बरसात के दिनों में कई तरह की कठिनाई झेलनी पड़ती है. सड़क पूरी तरह कच्ची है. इस इलाके में कोई उद्योग धंधा नहीं है. जिस वजह से बड़ी संख्या में ग्रामीण हर दिन रोजी रोटी की जुगाड़ में गांव से दूर नरकटियागंज शहर जाने को मजबूर हैं. वहीं रात को लौटते समय हर दिन ग्रामीण मजदूर दुर्घटना का शिकार होते हैं.