बगहा: "OMG मेल-फिमेल एक साथ दो-दो बाघ. भाई साहब कैसे आ गया? हल्ला नहीं हल्ला नहीं कीजिए, शांत रहिए. देख लिए..अब नीचे चला गया है एकदम शांत रहिए." वीटीआर में बाघ देखने के बाद लोगों की यही प्रतिक्रिया रही. कुछ देर के लिए पर्यटकों की सांसे थम गयी. सभी शांत हो गए लेकिन बाघ देखने के बाद रोमांचित भी हुए.
वीटीआर में बाघों की संख्या: बिहार का मिनी कश्मीर कहे जाने वाले वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 60 के पार है. लेकिन सभी घने जंगल में रहते हैं. पर्यटकों को बहुत कम ही बाघों का दीदार हो पाता है. इस मामले में रविवार को घूमने आए पर्यटक भाग्यशाली निकले, जिन्हें एक नहीं बल्कि एक साथ कई बाघ देखने को मिले.
कई वन्य जीव का दीदार: आपकों बता दें कि इंडो नेपाल बॉर्डर पर स्थित वाल्मीकिनगर में सैलानी इन दिनों जंगल सफारी का लुतफ लेने देश-विदेश से पहुंच रहें हैं. रविवार को VTR भ्रमण के दौरान अलग-अलग पर्यटकों को कई वन्य जीव नजर आए. वन विभाग के मुताबिक सैलानियों को बाघ, हिरण, चितल औऱ साम्भर के अलावा राष्ट्रीय पक्षी मोर का करीब से दीदार हुआ.
कई जिलों से पहुंचे पर्यटक: रविवार को वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में जंगल सफारी के दौरान बेगूसराय से रमन कुमार, मुजफ्फरपुर के रामप्रवेश कुमार, पटना के निशांत ठाकुर समेत उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से विपिन पावेल के परिवार. यानी चार अलग-अलग पर्यटकों के समूह को बारी बारी से बाघ का दीदार हुआ. सभी पर्यटक अपने-अपने परिवार के साथ भ्रमण पर आए थे.
50 कदम की दूरी था बाघ: पर्यटकों ने बताया कि बाघ को काफी करीब से देखकर पहले तो कुछ देर के लिए विस्मित हो गए. सारे लोग डरे सहमे हुए थे, लेकिन मन हीं मन खुशी भी थी कि जिस बाघ को देखने की हसरत लिए जंगल सफारी आए थे वह पूरा हो गया. पर्यटकों ने बताया कि बाघ उनसे महज 50 कदम की दूरी पर थे और काफी बड़े थे. नतीजतन कुछ पल के लिए हमलोग कुछ भी रिएक्ट करना हीं भूल गए.
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