बगहा: पश्चिम चंपारण के बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में कथित रूप से समय पर एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण एक बच्चे की मौत हो गई. जिसके बाद परिजन आक्रोशित हो गए. परिजन के मुताबिक वे दो घंटे तक 102 पर कॉल करते रहे लेकिन, कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. जिस वजह से नवजात ने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों के आक्रोश का सामना अस्पताल प्रबंधन को करना पड़ा.
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"एंबुलेंस को लेकर जो समस्या थी उसको दूर कर लिया गया है. लेकिन आज की घटना में एक emt की लापरवाही सामने आई है, जिस बाबत सिविल सर्जन और एंबुलेंस के ACO को जानकारी देते हुए उक्त emt को यहां से स्थानांतरित करने के लिए पत्राचार किया गया है."- केबीएन सिंह, उपाधीक्षक, अनुमण्डल अस्पताल, बगहा
क्या है मामला: सेमरा थाना क्षेत्र की प्रसव पीड़िता को बगहा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज सुबह करीब 7 बजे महिला ने नवजात शिशु को जन्म दिया. थोड़ी देर बाद नवजात की तबीयत बिगड़ने लगी. चिकित्सकों ने उसे GMCH के NICU में भर्ती करवाने के लिए रेफर कर दिया. परिजन तकरीबन 2 घण्टे तक 102 एम्बुलेंस सेवा को कॉल करते रहे लेकिन फोन नहीं उठाया. दो घंटे बाद जब फोन उठाया तब चालक एम्बुलेंस लेकर पहुंचा. तब तक काफी देर हो चुकी थी.
परिजनों का रो-रोकर था बुरा हालः नवजात शिशु की मौत हो गयी. इसके बाद परिजन आक्रोशित हो गये. अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. घटना के बाद मृत बच्ची के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. बता दें कि यूपी और नेपाल सीमा पर स्थित बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में लगातार एंबुलेंस संचालन में दिक्कत सामने आ रही है. कभी ईंधन नहीं तो कभी चालक नहीं, जिसके चलते मरीज व परिजनों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है.