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बगहाः आदिवासी बहुल इलाके में पहुंची नाबार्ड की टीम, किसानों को सिखाए तकनीकी गुर - किसानों को सिखाया तकनीकी गुर

नाबार्ड टीम की ओर से अतिपिछड़े किसानों को उन्नत खेती के गुर सीखा उन्हें बेहतर खेती प्रबंधन के लिए जागरूक भी किया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिक रेयाज अहमद ने आयोजन में शामिल किसानों को खेती क्षेत्र में उन्नत और बेहतर कार्य के लिए तकनीकी गुर बताया.

नाबार्ड टीम
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Published : Nov 6, 2019, 8:37 AM IST

बगहाः जिले के उरांव आदिवासी क्षेत्र के भितहां बैरागी सोनबरसा में बेतिया डायोसिसन सोशल सर्विस सोसाइटी की ओर से कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. आयोजन में भारी संख्या में क्षेत्र के किसानों ने हिस्सा लिया. नाबार्ड की ओर से आदिवासी विकास कार्यक्रम की समीक्षा के साथ ही आलाधिकारियों की ओर से किसानी और खेती कार्यों का मूल्यांकन किया गया. कार्यक्रम में पहुंचे अधिकारियों का आदिवासी महिलाओं ने झमटा नृत्य कर उनका स्वागत किया.

Bagaha
महिला किसान हुई सम्मानित

रेयाज अहमद ने बताया तकनीकी गुर
नाबार्ड टीम की ओर से अतिपिछड़े किसानों को उन्नत खेती के गुर सीखा उन्हें बेहतर खेती प्रबंधन के लिए जागरूक भी किया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिक रेयाज अहमद ने आयोजन में शामिल किसानों को खेती क्षेत्र में उन्नत और बेहतर कार्य के लिए तकनीकी गुर बताया. आयोजन में बगहा के कुल 500 चयनित किसान अभ्यर्थी भी उपस्थित रहे.

Bagaha
आयोजन में शामिल लोग

बढ़ी है कृषि आमदनी
2013 से पहले किसानों की वार्षिक आमदनी 24 से 25 हजार रहा करता था. लेकिन जब से नाबार्ड और सेवा केंद्र की ओर से परियोजनाओं का संचालन किया गया. उसके बाद से किसानों की आय में वृद्धि होने लगी है. आदिवासी बाहुल्य कृषि क्षेत्र में पुरुष किसानों की अपेक्षा महिलाओं ने भी खेती को संवारने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. आज के परिवेश में किसानों की वार्षिक आय 84-95 हजार तक हुई है.

देखें पूरी रिपोर्ट

'देंगे हर संभव मदद'
किसानों के लिए उत्तम खाद और बीज की व्यवस्था तकनीकी प्रशिक्षण सिंचाई, शुद्ध पेयजल, भूमिहीन किसानों के लिए बकरी पालन खेती को बेहतर बनाने के लिए वर्मी कंपोस्ट स्वास्थ परीक्षण और किसानो के क्षमता वृद्धि को विकसित करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. नाबार्ड बिहार के मुख्य महाप्रबंधक अमिताभ लाल सहायक महाप्रबंधक अंजनी कुमार वर्मा टीम में शामिल होकर किसानों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही.

बगहाः जिले के उरांव आदिवासी क्षेत्र के भितहां बैरागी सोनबरसा में बेतिया डायोसिसन सोशल सर्विस सोसाइटी की ओर से कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. आयोजन में भारी संख्या में क्षेत्र के किसानों ने हिस्सा लिया. नाबार्ड की ओर से आदिवासी विकास कार्यक्रम की समीक्षा के साथ ही आलाधिकारियों की ओर से किसानी और खेती कार्यों का मूल्यांकन किया गया. कार्यक्रम में पहुंचे अधिकारियों का आदिवासी महिलाओं ने झमटा नृत्य कर उनका स्वागत किया.

Bagaha
महिला किसान हुई सम्मानित

रेयाज अहमद ने बताया तकनीकी गुर
नाबार्ड टीम की ओर से अतिपिछड़े किसानों को उन्नत खेती के गुर सीखा उन्हें बेहतर खेती प्रबंधन के लिए जागरूक भी किया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिक रेयाज अहमद ने आयोजन में शामिल किसानों को खेती क्षेत्र में उन्नत और बेहतर कार्य के लिए तकनीकी गुर बताया. आयोजन में बगहा के कुल 500 चयनित किसान अभ्यर्थी भी उपस्थित रहे.

Bagaha
आयोजन में शामिल लोग

बढ़ी है कृषि आमदनी
2013 से पहले किसानों की वार्षिक आमदनी 24 से 25 हजार रहा करता था. लेकिन जब से नाबार्ड और सेवा केंद्र की ओर से परियोजनाओं का संचालन किया गया. उसके बाद से किसानों की आय में वृद्धि होने लगी है. आदिवासी बाहुल्य कृषि क्षेत्र में पुरुष किसानों की अपेक्षा महिलाओं ने भी खेती को संवारने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. आज के परिवेश में किसानों की वार्षिक आय 84-95 हजार तक हुई है.

देखें पूरी रिपोर्ट

'देंगे हर संभव मदद'
किसानों के लिए उत्तम खाद और बीज की व्यवस्था तकनीकी प्रशिक्षण सिंचाई, शुद्ध पेयजल, भूमिहीन किसानों के लिए बकरी पालन खेती को बेहतर बनाने के लिए वर्मी कंपोस्ट स्वास्थ परीक्षण और किसानो के क्षमता वृद्धि को विकसित करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. नाबार्ड बिहार के मुख्य महाप्रबंधक अमिताभ लाल सहायक महाप्रबंधक अंजनी कुमार वर्मा टीम में शामिल होकर किसानों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही.

Intro:चंपारण के आदिवासी बाहुल्य इलाकों में चल रही योजनाओं का मूल्यांकन नाबार्ड कर रहा है। नाबार्ड की टीम बगहा के आदिवासी बाहुल्य गांवों में पहुंचकर विकास योजनाओं की समीक्षा कर रही है और अतिपिछड़े किसानों को उन्नत खेती के गुर सीखा उन्हें बेहतर खेती प्रबंधन के लिए जागरूक भी कर रही है।
Body:उरांव आदिवासी क्षेत्र के भितहां बैरागी सोनबरसा में आयोजित कृषि प्रशिक्षण और कार्यशाला में इलाक़े से भारी संख्या में किसानों ने भाग लिया जिसमें नाबार्ड द्वारा आदिवासी विकास कार्यक्रम की समीक्षा के साथ आलाधिकारीयों द्वारा खेती किसानी कार्यों का मूल्यांकन किया गया। वही मौके पर पहुंचे आदिवासी महिलाओं ने आदिवासी झमटा नृत्य प्रस्तुत कर अधिकारियों का स्वागत किया ।
बताया जा रहा है कि बगहा के कुल 500 चयनित किसान अभ्यर्थी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे । नाबार्ड बिहार के मुख्य महाप्रबंधक अमिताभ लाल सहायक महा प्रबंधक अंजनी कुमार वर्मा टीम में शामिल होकर किसानों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही ।
आपको बताएं की कृषि वैज्ञानिक रेयाज अहमद ने खेती किसानी क्षेत्र में कैसे उन्नत और बेहतर कार्य को बढ़ाया जाय किसानों को इसके लिए बेहतर तकनीकी गुर सिखाया गया।
कृषि क्षेत्र में पुरुष किसानों की अपेक्षा महिलाओं ने खेती को संवारने में अपनी अहम भूमिका निभाई है । 2013 से पहले किसानों की वार्षिक आमदनी 24-25 हजार रहा करता था जब से नाबार्ड और सेवा केंद्र द्वारा परियोजना का संचालन किया गया उसके बाद किसानों की आय में वृद्धि होने लगी है ।
बाईट-अमिताभ लाल, सीजीएम, नाबार्ड, बिहार, काले रंग की टी शर्ट पहने
बाईट-रेयाज अहमद,कृषि बैज्ञानिक, गुलाबी रंग की शर्ट पहने
Conclusion:आज के परिवेश में किसानों की वार्षिक आय 84-95 हजार तक हुई है। किसानों के लिए उतम खाद बीज की व्यवस्था तकनीकी प्रशिक्षण सिचाई व शुद्ध पेयजल, भूमिहीन किसानों के लिए बकरी पालन खेती को बेहतर बनाने के लिए वर्मी कंपोस्ट स्वास्थ परीक्षण व किसानो के क्षमता वृद्धि को विकसित करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है ।
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