बगहाः जिले के उरांव आदिवासी क्षेत्र के भितहां बैरागी सोनबरसा में बेतिया डायोसिसन सोशल सर्विस सोसाइटी की ओर से कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. आयोजन में भारी संख्या में क्षेत्र के किसानों ने हिस्सा लिया. नाबार्ड की ओर से आदिवासी विकास कार्यक्रम की समीक्षा के साथ ही आलाधिकारियों की ओर से किसानी और खेती कार्यों का मूल्यांकन किया गया. कार्यक्रम में पहुंचे अधिकारियों का आदिवासी महिलाओं ने झमटा नृत्य कर उनका स्वागत किया.
रेयाज अहमद ने बताया तकनीकी गुर
नाबार्ड टीम की ओर से अतिपिछड़े किसानों को उन्नत खेती के गुर सीखा उन्हें बेहतर खेती प्रबंधन के लिए जागरूक भी किया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिक रेयाज अहमद ने आयोजन में शामिल किसानों को खेती क्षेत्र में उन्नत और बेहतर कार्य के लिए तकनीकी गुर बताया. आयोजन में बगहा के कुल 500 चयनित किसान अभ्यर्थी भी उपस्थित रहे.
बढ़ी है कृषि आमदनी
2013 से पहले किसानों की वार्षिक आमदनी 24 से 25 हजार रहा करता था. लेकिन जब से नाबार्ड और सेवा केंद्र की ओर से परियोजनाओं का संचालन किया गया. उसके बाद से किसानों की आय में वृद्धि होने लगी है. आदिवासी बाहुल्य कृषि क्षेत्र में पुरुष किसानों की अपेक्षा महिलाओं ने भी खेती को संवारने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. आज के परिवेश में किसानों की वार्षिक आय 84-95 हजार तक हुई है.
'देंगे हर संभव मदद'
किसानों के लिए उत्तम खाद और बीज की व्यवस्था तकनीकी प्रशिक्षण सिंचाई, शुद्ध पेयजल, भूमिहीन किसानों के लिए बकरी पालन खेती को बेहतर बनाने के लिए वर्मी कंपोस्ट स्वास्थ परीक्षण और किसानो के क्षमता वृद्धि को विकसित करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. नाबार्ड बिहार के मुख्य महाप्रबंधक अमिताभ लाल सहायक महाप्रबंधक अंजनी कुमार वर्मा टीम में शामिल होकर किसानों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही.