बगहा: बिहार के बगहा में बुराई पर अच्छाई की जीत अर्थात विजयादशमी से पूर्व अच्छी तस्वीर सामने आई है. जहां रामनगर प्रखंड के एक छोटे से गांव सोहसा के लोगों ने देश भर में कौमी एकता की अनूठी मिसाल कायम करते हुए लोगों को आपसी भाईचारे का संदेश दिया. इस गांव में जनसहयोग, श्रमदान व चंदा इकट्ठा कर लोग हर पर्व धूमधाम से मनाते चले आ रहे हैं.
हिन्दू-मुस्लिम समुदाय की बराबर भागीदारी: खास बात यह है कि इस गांव के सभी लोग ये चाहते हैं कि भारत विविधताओं का देश है. यह देश हिन्दू, मुस्लिम, सिख्ख, ईसाई आपस में सब भाई-भाई के बदौलत आज विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है. लिहाजा सभी मिलकर इस देश को मजबूत बनाने में एक दूसरे का साथ निभाएं. दरअसल रामनगर से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित सोहसा पंचायत में वर्षों से हिन्दू-मुस्लिम समुदाय की बराबर भागीदारी सुनिश्चित कर हर पर्व त्योहार एक साथ एक दूसरे के सहयोग से मनाया जाता रहा है.
हिन्दू-मुस्लिम मिलकर मना रहे शारदीय नवरात्र : इस साल भी ईद, बकरीद के बाद हिन्दू-मुस्लिम मिलकर शारदीय नवरात्र कर रहे हैं. इतना ही नहीं एक मजलिस लगाकर गांव के लोग बराबरी में साफ-सफाई के साथ पूजा अर्चना करते हैं. वो सद्भाव बनाकर गंगा यमुनी तहजीब के संगम में अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं. साथ ही लॉ एंड ऑर्डर का पालन कर इंसानियत का पैगाम दे रहे हैं, जिसकी चर्चा जोरों पर है.
पूजा समिति में बराबर संख्या में हिंदू-मुस्लिम: बताया जा रहा है कि रामनगर के सोहसा गांव में पिछले कई वर्षों से किसी भी पर्व त्योहार में दोनों समुदाय के लोग बराबर भागीदारी सुनिश्चित कर बेहतर तरीके से हर्षोल्लास पूर्वक त्योहार सम्पन्न करते हैं. मुखिया प्रतिनिधि हैदर अली बताते हैं की इस सोहसा गांव में दुर्गा पूजा समिति में बराबर संख्या में हिंदू-मुस्लिम शामिल हैं. वो पूरे विधि विधान से पूजा संपन्न करवाते हैं.
"इस गांव में सभी त्योहार मिलकर मनाया जाता है. यहां दुर्गा पूजा समिति में बराबर संख्या में हिंदू-मुस्लिम शामिल हैं. वो भंडारे का आयोजन करते हैं."-हैदर अली, मुखिया प्रतिनिधि
मुस्लिम समुदाय बनाता है भंडारा: वहीं पूजा समिति के सदस्य पैक्स अध्यक्ष बबलू खान का कहना है कि "पूजा समिति में शामिल हिंदू मुस्लिम सभी लोग नौ दिनों का व्रत रखते हैं. साथ ही पूजा के प्रसाद और भंडारा को मुस्लिम समुदाय के लोग ही बनाते हैं. हमलोग देश को पैगाम देना चाहते हैं की हिंदू मुस्लिम एकता के जरिए ही देश विश्व गुरु बन सकता है. इसके अलावा पूजा समिति के गोपाल दास का कहना है कि चाहे हिंदू का पर्व हो अथवा मुस्लिम भाइयों का सभी पर्व त्योहारों पर दोनों समुदाय के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं."