बेतिया: बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक नल-जल-योजना में लूट का मामला सामने आया है. दरअसल, पश्चिमी चंपारण जिले के बैरिया प्रखंड के मलाही बलुआ पंचायत के वार्ड नंबर 13 में ग्रामीणों सहित वार्ड सदस्य ने 14 लाख रुपये की निकासी के बाद भी काम नहीं होने का आरोप लगाया है.
ग्रामीणों ने लगाया अनियमितता का आरोप
ग्रामीणों ने नल-जल-योजना में भारी अनियमितता का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि योजना के प्राक्कलन राशि में से 14 लाख रुपये की राशि निकासी कर ली गई है, लेकिन अभी तक काम नहीं हुआ. ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर जिला अधिकारी को लिखित शिकायत दी थी, जिसके बाद बैरिया बीडीओ की ओर से मामले की जांच की बात कही गई थी. बावजूद इसके, अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
मुखिया पर आरोप
इस मामले को लेकर वार्ड सदस्य मोतीलाल पासवान ने कहा कि नल-जल-योजना का काम पंचायत के मुखिया के नेतृत्व में किया जा रहा है. वार्ड सदस्य का आरोप है कि उससे जबरदस्ती हस्ताक्षर कराकर खाते से मुखिया और पंचायत सचिव ने पैसे की निकासी भी कर ली है. फिर भी, अबतक काम पूरा नहीं हो सका.
मुखिया पति ने किया अपना बचाव
वहीं, वार्ड सदस्य के इस आरोप के बाद जब मलाही बलुआ पंचायत की मुखिया मुन्नी देवी से बात करने की कोशिश की गई, तो मुखिया पति अनिल चौधरी ने स्वीकार किया कि पैसे की निकासी हो गई है. आगे उन्होंने कहा कि काम वार्ड क्रियान्वय समिति की ओर से किया जा रहा है. वे सिर्फ इस काम का देखरेख कर रहे हैं.
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लूट-खसोट का मामला सामने
बहरहाल, बिहार सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में लूट-खसोट साफ-साफ दिखाई दे रहा है. पंचायत सचिव और मुखिया की मिलीभगत से पैसे की निकासी और बीडीओ के जांच के बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं होना कई सवाल खड़े कर रहा है. बड़ा सवाल है कि काम अबतक पूरा नहीं होने के बावजूद भी अधिकारी मौन क्यों बैठे हैं?