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भारत-नेपाल समझौता: अब व्यापारी कर सकेंगे 16 हजार मूल्य तक के सामानों का आयात-निर्यात - Import-export will start

भारत- नेपाल के कस्टम अधिकारियों के बीच वस्तुओं के आयात- निर्यात को लेकर एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया. अब दोनों देशों के बीच आयात- निर्यात से व्यापारिक सम्बन्ध और ज्यादा मजबूत होंगे.

भारत-नेपाल बॉर्डर
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Published : Aug 13, 2019, 7:52 PM IST

Updated : Aug 13, 2019, 8:36 PM IST

पश्चिम चंपारण: वाल्मीकिनगर इंडो- नेपाल बॉर्डर पर स्थित भारतीय कस्टम विभाग और नेपाल कस्टम विभाग के अधिकारियों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध मजबूत करने के उद्देश्य से आयात- निर्यात के लिए सहमति बन गई है. अब 18 अगस्त से व्यापारी अपने सामान का आयात- निर्यात आसानी से कर सकेंगे. दोनों देशों के अधिकारियों ने इस संबंध को लेकर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है.

भारत-नेपाल बॉर्डर पर लागू होगी नई व्यापार नीति
नई जगह शिफ्ट होगी कस्टम कार्यालय
वाल्मीकिनगर में कस्टम कार्यालय की स्थापना दशकों पहले हो चुकी थी. लेकिन यह अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्या से जूझ रहा है. वर्तमान समय में कार्यालय महज एक कमरे में संचालित हो रहा है. कस्टम अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए नई जमीन चिन्हित कर ली गयी है. जल्द ही कस्टम कार्यालय नई जगह शिफ्ट होगी.
Import-export will start from the border at Valmikinagar
भारत-नेपाल बॉर्डर पर लागू होगी नई व्यापार नीति

समझौता पत्र पर हुआ हस्ताक्षर
भारत-नेपाल के कस्टम अधिकारियों के बीच वस्तुओं के आयात-निर्यात को लेकर एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है. इसके तहत कोई भी व्यापारी 25000 नेपाली यानी भारू 16000 तक के माल का आयात-निर्यात कर सकता है. इसके पहले महज 3000 भारतीय मुद्रा तक के सामान का आयात या निर्यात करने की इजाजत थी. लेकिन, अब 18 अगस्त से आयात- निर्यात की यह नई व्यवस्था शुरू हो जाएगी.

कस्टम ड्यूटी देकर आसानी से ले जा सकेंगे सामान
नेपाल कस्टम चीफ हेमचंद्र शर्मा ने बताया कि दोनों देशों के बीच समझौता हो गया है. 18 अगस्त से 25 हजार नेपाली मुद्रा तक की वस्तुओं को व्यापारी ला और ले जा सकते हैं. वहीं, भारतीय कस्टम अधीक्षक संजीव रॉय ने कहा कि भारत की तरफ से सारी तैयारियां पहले से ही कर ली गईं थी. सिर्फ नेपाल कस्टम विभाग की तरफ से हामी भरने की देरी थी. अब भारतीय व्यापारी 16000 रूपये मूल्य तक के सामान कस्टम दर चुकता कर आसानी से नेपाल ले जा सकते हैं.

Import-export will start from the border at Valmikinagar
नई व्यापार नीति पर बनी सहमति

पश्चिम चंपारण: वाल्मीकिनगर इंडो- नेपाल बॉर्डर पर स्थित भारतीय कस्टम विभाग और नेपाल कस्टम विभाग के अधिकारियों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध मजबूत करने के उद्देश्य से आयात- निर्यात के लिए सहमति बन गई है. अब 18 अगस्त से व्यापारी अपने सामान का आयात- निर्यात आसानी से कर सकेंगे. दोनों देशों के अधिकारियों ने इस संबंध को लेकर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है.

भारत-नेपाल बॉर्डर पर लागू होगी नई व्यापार नीति
नई जगह शिफ्ट होगी कस्टम कार्यालय
वाल्मीकिनगर में कस्टम कार्यालय की स्थापना दशकों पहले हो चुकी थी. लेकिन यह अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्या से जूझ रहा है. वर्तमान समय में कार्यालय महज एक कमरे में संचालित हो रहा है. कस्टम अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए नई जमीन चिन्हित कर ली गयी है. जल्द ही कस्टम कार्यालय नई जगह शिफ्ट होगी.
Import-export will start from the border at Valmikinagar
भारत-नेपाल बॉर्डर पर लागू होगी नई व्यापार नीति

समझौता पत्र पर हुआ हस्ताक्षर
भारत-नेपाल के कस्टम अधिकारियों के बीच वस्तुओं के आयात-निर्यात को लेकर एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है. इसके तहत कोई भी व्यापारी 25000 नेपाली यानी भारू 16000 तक के माल का आयात-निर्यात कर सकता है. इसके पहले महज 3000 भारतीय मुद्रा तक के सामान का आयात या निर्यात करने की इजाजत थी. लेकिन, अब 18 अगस्त से आयात- निर्यात की यह नई व्यवस्था शुरू हो जाएगी.

कस्टम ड्यूटी देकर आसानी से ले जा सकेंगे सामान
नेपाल कस्टम चीफ हेमचंद्र शर्मा ने बताया कि दोनों देशों के बीच समझौता हो गया है. 18 अगस्त से 25 हजार नेपाली मुद्रा तक की वस्तुओं को व्यापारी ला और ले जा सकते हैं. वहीं, भारतीय कस्टम अधीक्षक संजीव रॉय ने कहा कि भारत की तरफ से सारी तैयारियां पहले से ही कर ली गईं थी. सिर्फ नेपाल कस्टम विभाग की तरफ से हामी भरने की देरी थी. अब भारतीय व्यापारी 16000 रूपये मूल्य तक के सामान कस्टम दर चुकता कर आसानी से नेपाल ले जा सकते हैं.

Import-export will start from the border at Valmikinagar
नई व्यापार नीति पर बनी सहमति
Intro:वाल्मीकिनगर अंतर्गत इंडो- नेपाल सीमा पर स्थित भारतीय कस्टम विभाग और नेपाल कस्टम विभाग के अधिकारियों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध मजबूत करने के लिहाज से आयात- निर्यात के लिए सहमति बन गई है। अब 18 अगस्त से व्यापारी अपने सामानों का आयात निर्यात वैध तरीके से कर सकेंगे। दोनो देश के अधिकारियों ने इस संबंध में एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया।


Body:वैसे तो वाल्मीकिनगर में कस्टम कार्यालय की स्थापना दशकों पहले से है लेकिन यह कभी अधिकारियों व कर्मी की समस्या से जूझता रहा तो कभी खुद के भवन के लिए। वर्तमान समय मे भी महज एक कमरे में संचालित हो रहा। हालांकि इसके लिए नए जमीन को चिन्हित कर लिया गया है और जल्द हीं कस्टम कार्यालय नए जगह शिफ्ट हो जाएगा। इसी बीच भारत व नेपाल के कस्टम अधिकारियों के बीच वस्तुओं के आयात निर्यात को लेकर एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है जिसके तहत कोई भी व्यापारी 25000 नेपाली भारू यानी 16000 रुपया भारतीय मूल्य तक के माल का आयात निर्यात कर सकता है। इसके पूर्व कोई भी महज 5000 भारू यानी 3000 भारतीय मुद्रा तक का सामान का आयात या निर्यात कर सकता था। इसी माह के 18 तारीख से आयात निर्यात की यह व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी। नेपाल कस्टम चीफ हेमचंद्र शर्मा ने बताया कि दोनों देशों के बीच समझौता हो गया है और 18 अगस्त से 25 हजार नेपाली मुद्रा तक की वस्तुओं को व्यापारी ला और ले जा सकते हैं। वही भारतीय कस्टम अधीक्षक संजीव रॉय ने कहा कि भारत के तरफ से सारी तैयारियां पहले से ही कर ली गईं थी , सिर्फ नेपाल कस्टम विभाग के तरफ से हामी भरने के देरी थी। अब भारतीय व्यापारी 16000 रूपया मूल्य तक के सामान कस्टम दर चुकता कर आसानी से नेपाल ले जा सकते हैं।
बाइट- हेमचन्द्र शर्मा, कस्टम चीफ, महेशपुर, नेपाल
बाइट- संजीव रॉय, कस्टम अधीक्षक, वाल्मीकिनगर



Conclusion:दोनो देशों के बीच शुरू हो रहे इस आयात निर्यात से व्यापारिक सम्बन्ध और ज्यादा मजबूत होंगे साथ हीं पड़ोसी देश से भी अब वस्तुएं आसानी से वैध तरीके से भारतीय सीमा में आ सकेंगे।
Last Updated : Aug 13, 2019, 8:36 PM IST
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