पश्चिम चंपारण: वाल्मीकिनगर इंडो- नेपाल बॉर्डर पर स्थित भारतीय कस्टम विभाग और नेपाल कस्टम विभाग के अधिकारियों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध मजबूत करने के उद्देश्य से आयात- निर्यात के लिए सहमति बन गई है. अब 18 अगस्त से व्यापारी अपने सामान का आयात- निर्यात आसानी से कर सकेंगे. दोनों देशों के अधिकारियों ने इस संबंध को लेकर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है.
वाल्मीकिनगर में कस्टम कार्यालय की स्थापना दशकों पहले हो चुकी थी. लेकिन यह अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्या से जूझ रहा है. वर्तमान समय में कार्यालय महज एक कमरे में संचालित हो रहा है. कस्टम अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए नई जमीन चिन्हित कर ली गयी है. जल्द ही कस्टम कार्यालय नई जगह शिफ्ट होगी.
समझौता पत्र पर हुआ हस्ताक्षर
भारत-नेपाल के कस्टम अधिकारियों के बीच वस्तुओं के आयात-निर्यात को लेकर एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है. इसके तहत कोई भी व्यापारी 25000 नेपाली यानी भारू 16000 तक के माल का आयात-निर्यात कर सकता है. इसके पहले महज 3000 भारतीय मुद्रा तक के सामान का आयात या निर्यात करने की इजाजत थी. लेकिन, अब 18 अगस्त से आयात- निर्यात की यह नई व्यवस्था शुरू हो जाएगी.
कस्टम ड्यूटी देकर आसानी से ले जा सकेंगे सामान
नेपाल कस्टम चीफ हेमचंद्र शर्मा ने बताया कि दोनों देशों के बीच समझौता हो गया है. 18 अगस्त से 25 हजार नेपाली मुद्रा तक की वस्तुओं को व्यापारी ला और ले जा सकते हैं. वहीं, भारतीय कस्टम अधीक्षक संजीव रॉय ने कहा कि भारत की तरफ से सारी तैयारियां पहले से ही कर ली गईं थी. सिर्फ नेपाल कस्टम विभाग की तरफ से हामी भरने की देरी थी. अब भारतीय व्यापारी 16000 रूपये मूल्य तक के सामान कस्टम दर चुकता कर आसानी से नेपाल ले जा सकते हैं.