बगहा: बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र (Bagaha Valmiki Tiger Reserve ) के चम्पापुर पंचायत में वन विभाग ने जंगल से काटी गई लकड़ी और फर्नीचर को जब्त किया है. वन विभाग कार्रवाई करते हुए नरैनापुर गांव से जब्त लकड़ियों को लेकर जा रहा था. तभी गांव के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. वन विभाग ने सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में 6 लोगों पर अवैध लकड़ी घर में रखने और विभाग के कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करने का मामला दर्ज कराया है.
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वन कर्मियों की कार्रवाई का विरोध: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे चम्पापुर गोनौली पंचायत के नरैनापुर गांव में वन विभाग ने छापेमारी कर भारी मात्रा में वर्षों पुरानी लकड़ी बरामद किया. इस कार्रवाई में वन विभाग के कर्मियों को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. बताया जाता है कि ग्रामीणों ने जब्त लकड़ी लेजा रहे वन विभाग के ट्रैक्टर को रोककर उसपर लदी लकड़ी को उतार लिया और जमकर हंगामा किया.
''हमारे पास लकड़ी का कागज है. हम लोग लकड़ी को चिरवाकर रखे और कुछ का सामान बनवाए हैं. अगर आप ले जाएंगे तो चालान हमें देंगे. मैं अपनी बेटी की शादी के लिए लकड़ी चिरवाई थी. लेकिन वन विभाग वाले इसे ले जा रहे हैं''- पीड़ित ग्रामीण
घर से बरामद हुई अवैध वन संपदा: बता दें कि नरैनापुर गांव के संजय मुंडा के घर से गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी की थी. जहां से भारी मात्रा में जंगल से काटकर रखी गई वर्षों पुरानी कीमती लकड़ियों समेत फर्नीचर बनाने की लकड़ी बरामद हुई. वन कर्मियों ने इसे वन विभाग के ट्रैक्टर पर लाद लिया और जैसे ही उसे ले जाने लगे तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने वन विभाग द्वारा जब्त लकड़ियों को उतार लिया और वनकर्मियों के कार्रवाई का जबरदस्त विरोध किया.
6 नामजद और दर्जनों अज्ञात ग्रामीणों पर केस: इस मामले में वन विभाग ने आधा दर्जन नामजद और अन्य दर्जनों अज्ञात ग्रामीणों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है. ग्रामीणों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत लकड़ी रखने के आरोपी संजय मुंडा पर अवैध तरीके से वन संपदा रखने का मामला दर्ज कराया है. वन कानून के तहत यह कार्रवाई की गई है. प्राथमिकी वाल्मीकिनगर थाना में दर्ज कराई गई है.