बेतिया: बिहार के बेतिया में सिकरहना नदी में हो रहे कटाव से ग्रामीण डरे और सहमें हुए हैं. लौरिया विधानसभा के धमौरा पंचायत के वृंदावन गांव के ग्रामीण डर के माहौल में रहने के लिए मजबूर हैं. जिस तरह से सिकरहना नदी कटाव कर रही है, अगर इसी तरह से कटाव करती रही तो जल्दी ही नदी की धार वृंदावन गांव में प्रवेश कर जाएगी और गांव पूरी तरह से खत्म हो जायेगा. वृंदावन गांव के ग्रामीणों की माने तो नदी का कटाव बहुत तेज हो रहा है.
जनप्रतिनिधियों से मिला सिर्फ आश्वासन: नदी का बहाओ जहां पर पहले था वहां से 2 वर्षों में कटाव करते-करते गांव के नजदीक पहुंच गया. जिस कारण उनके अंदर डर है कि इस बार जब बाढ़ आएगी तो उनके गांव का क्या होगा. ग्रामीणों का कहना है कि कितनी बार कई जनप्रतिनिधी और अधिकारी इस गांव में आए हैं और उन्होंने नदी में हो रहे कटाव को भी देखा है. इसे लेकर आश्वासन भी दिया गया है कि जल्द ही इस नदी किनारे पक्के ठोकर का निर्माण कर दिया जाएगा. हालांकि वो अपना वादा पूरा नहीं करते हैं.
"जो वादा जनप्रतिनिधि चुनाव के वक्त आकर करते हैं वह फिर दोबारा नहीं आते हैं. चुनाव जीतने के बाद विधायक गांव की तरफ मुड़कर भी नहीं देखते हैं. जिस तरह से नदी कटाव कर रही है, इस बार जब बाढ़ आएगी तो यह पानी गांव के अंदर चला जाएगा."-तारिक अनवर, ग्रामीण
गांव को बचाने की मांग: पीड़ित धमौरा पंचायत के वृंदावन गांव के ग्रामीण सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस नदी के किनारे पक्के ठोकर का निर्माण कर दिया जाए ताकि यह गांव बच सके. उनका कहना है कि जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के वक्त आते हैं और उन्हें आश्वासन देकर चले जाते हैं. इस बार चुनाव के वक्त अगर जनप्रतिनिधि आएंगे तो उन्हें वो गांव से बाहर ही रखेंगे. उनकी मांग है कि गांव को बचा लिया जाए.