मोतिहारी: लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण यानी 12 मई को पूर्वी चंपारण जिला में मतदान होना है. इसको लेकर मतदान केंद्रों तक ईवीएम भेजने की प्रक्रिया जारी है. लेकिन, ईवीएम को मतदानकेंद्रों तक ले जाने वाले वाहन चालकों को आयोग की ओर से मिलने वाले ईंधन में कटौती करने का मामला सामने आया है.
दरअसल, जिला प्रशासन के अधिकारी दूरी के हिसाब से ईंधन देने के बजाए मनमाने तरीके से ईंधन की आपूर्त्ति कर रहे हैं. स्ट्रांग रुम से ईवीएम लेकर दूर जाने वाले वाहनों के चालक ईंधन में कटौती से नाराज हैं.
प्रशासन के रवैये से गुस्साए ड्राइवर
ईंधन की समस्या को लेकर ड्राइवर अधिकारियों के समक्ष ईंधन की मात्रा बढ़ाने के लिए गुहार लगा रहे हैं. इसके बावजूद ड्राइवरों की गुहार पर ध्यान नहीं देने की बजाए अधिकारी उनकी उपेक्षा कर रहे हैं. इस बर्ताव से ड्राइवरों का गुस्सा बढ़ गया है. वह प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं.
'जितना मिला उतने में काम चलाओ'
ड्राइवरों का कहना है कि मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए अपने पास से ईंधन लगा भी दिया जाता है तो उसका खर्च जिला प्रशासन से नहीं मिलता है. अधिकारी उनकी समस्या सुनने को तैयार नहीं हैं. उल्टा जितना ईंधन मिल रहा है उतने में ही काम चलाने के लिए दबाब बनाया जा रहा है.