बेतिया: राज्य सरकार के तमाम दावों के बीच कहीं ना कहीं से प्रशासनिक लापरवाही की खबरें सामने आ ही जाती हैं. यहां भी बसवरिया के वार्ड नंबर 31 का हाल इन दिनों नरक जैसा है. यहां लोगों का जीना दूभर हो रखा है. दरअसल, इस इलाके में सड़क पर गंदा पानी तैर रहा है. ताज्जुब की बात तो यह है कि यह पानी बरसात या बाढ़ का नहीं है, बल्कि नाले का है.
बसवरिया के वार्ड नंबर 31 के गांधीनगर मोहल्ले में पिछले कई सालों से नारकीय हालात हैं. स्थानीय लोग किसी तरह गुजर-बसर करने को मजबूर हैं. कई बार शिकायत के बावजूद कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. जिससे लोगों में काफी गुस्सा है. हालात इतने खराब हैं कि आसपास से गुजरना भी मुश्किल जान पड़ता है.
महात्मा गांधी के नाम पर पड़ा मोहल्ले का नाम
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर इस मोहल्ले का नाम गांधीनगर रखा गया. गांधीजी को स्वच्छता का प्रतीक माना जाता है. लेकिन, गांधी के नाम पर बसे इस मोहल्ले की दशा तो पूरी विपरीत है. देश भर में स्वच्छता का ढिंढोरा पीटने वाले प्रतिनिधियों की नजर यहां नहीं जाती है.
बदतर हैं हालात
इलाके का हाल इस कदर बेहाल है कि लोगों का दैनिक जीवन काफी मुश्किल हो गया है. लोगों को कहीं भी जाने के लिए इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है. छोटे बच्चे गंदे पानी को पार कर स्कूल जाने को मजबूर हैं. जिससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.
स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा
वार्ड नंबर 31 के पार्षद पति का कहना है कि हम लगातार शिकायत करते हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है. इसबार उन्होंने नगर परिषद को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर हल नहीं निकाला गया तो वह चुप नहीं रहेंगे.