बेतिया: जिले के नरकटियागंज में एक ऐसा प्रसिद्ध भोलेनाथ का मंदिर है. जहां सावन माह में भक्तों का तांता लगता था. लेकिन कोरोना महामारी ने भोलेनाथ के भक्तों पर ही ग्रहण लगा दिया है. ऐसे में भक्त समाजिक दूरी अपनाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जलअभिषेक कर पूजा अर्चना किया.
वैसे तो पश्चिमी चम्पारण की पर्यटन और मंदिरों का धाम है. एक ओर जहां लौरिया का अशोक अस्तंभ और नंदगढ बौद्ध धर्म का अतिप्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं. वहीं, रामनगर का सोमेश्वर मंदिर, भिखनाठोरी के समीप सुभद्रा माता मंदिर, काली मंदिर जैसे अनेक हिन्दू देवी-देवताओं का भव्य मंदिर है. इसी में एक मंदिर नरकटियागंज अनुमंडल के बनवरिया पंचायत में स्थित है, जो पर्यटन और मंदिर दोनों का संगम है.
भक्तों का लगा जमावड़ा
भव्य मंदिर के आगे और मंदिर के पिछे बड़े-बड़े तालाब है. जिसमें, प्रत्येक वर्ष हजारो की संख्या में साईबेरियन पक्षी अपना बसेरा करने आती है और उसके अगल-बगल आम और अनेक पेड़ों से सजा यह मंदिर दर्शनीय है. शुक्रवार को भक्तों का जमावड़ा लगा रहा और सभी ने सामाजिक दुरी का पालन करते हुए जलाभिषेक किया.
मंदिर के दोनों तरफ है गुफा
भक्तों ने बताया बनवरिया शिव मंदिर चंपारण का प्रसिद्ध मंदिर है, जहां मन्नते मांगने पर पूरा हो जाता है. उन्होंने बताया कि कोई भी भक्त इस मंदिर से खाली हाथ नहीं जाता है. इस मंदिर में दोनों तरफ गुफा है. साथ ही मंदिर के दोनों तरफ तालाब है. जहां विदेशी पक्षियों का जमावरा लगता है.