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मंत्रोच्चार से गूंजे शिवालय, कही अष्टयाम तो कहीं कीर्तन का आयोजन

महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर इंडो-नेपाल सीमा स्थित गंडक नारायणी तट पर भी दूर दराज से श्रद्धालु पहुंचे हैं. यहां त्रिवेणी संगम तट पर स्नान करने के उपरांत जल भरकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व स्थित अति प्राचीन शिव भगवान के जटाशंकर मंदिर में जलाभिषेक कर रहे हैं.

crowd in temples on mahashivratri in Bagaha West Champaran
crowd in temples on mahashivratri in Bagaha West Champaran
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Published : Mar 11, 2021, 10:54 AM IST

पश्चिम चंपारण (बगहा): महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ जुटी है. लोग सुबह से शिवमंदिरों में पहुंच देवों के देव महादेव भगवान भोले की आराधना में जुटे हैं. मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. वहीं, आज वैदिक मंत्रोच्चार से शिवालय गूंज रहे हैं. शिवालयों में कही अष्टयाम का आयोजन हुआ है तो कही रात्रि से ही कीर्तन व गाना बजाना हो रहा है.

यह भी पढ़ें - मिलिए 'छोटे पंडित' अद्वैत से, तोतली जुबान में सुनिए शिव तांडव मंत्र

नारायणी गंडक नदी पर भी उमड़े श्रद्धालु
महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर इंडो-नेपाल सीमा स्थित गंडक नारायणी तट पर भी दूर दराज से श्रद्धालु पहुंचे हैं. यहां त्रिवेणी संगम तट पर स्नान करने के उपरांत जल भरकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व स्थित अति प्राचीन शिव भगवान के जटाशंकर मंदिर में जलाभिषेक कर रहे हैं. साथ ही सैकड़ों श्रद्धालु यहां से जलभरकर रामनगर के शिव मंदिर और अरेराज स्थित सोमेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने जा रहे हैं.

महाशिवरात्रि पर कीर्तन का आयोजन
महाशिवरात्रि पर कीर्तन का आयोजन

यह भी पढ़ें - महाशिवरात्रि के दिन सुबह से ही उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, मंदिरों में लगी भक्तों की लंबी कतार

अष्टयाम और कीर्तन का आयोजन
मंदिरों में अष्टयाम और हरकीर्तन के भी आयोजन किये गए हैं. कई शिवालयों में बुधवार के दोपहर से अष्टयाम और कीर्तन हो रहे हैं जो शुक्रवार को समाप्त होंगे. मंदिरों में मेला सा नजारा है. दरअसल, कोरोना काल काल के उपरांत पहली दफा मंदिरों में इतनी भीड़ देखने को मिल रही है. बगहा के पक्की बाउली मन्दिर में भी भक्तों का तांता लगा हुआ है.

पश्चिम चंपारण (बगहा): महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ जुटी है. लोग सुबह से शिवमंदिरों में पहुंच देवों के देव महादेव भगवान भोले की आराधना में जुटे हैं. मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. वहीं, आज वैदिक मंत्रोच्चार से शिवालय गूंज रहे हैं. शिवालयों में कही अष्टयाम का आयोजन हुआ है तो कही रात्रि से ही कीर्तन व गाना बजाना हो रहा है.

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नारायणी गंडक नदी पर भी उमड़े श्रद्धालु
महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर इंडो-नेपाल सीमा स्थित गंडक नारायणी तट पर भी दूर दराज से श्रद्धालु पहुंचे हैं. यहां त्रिवेणी संगम तट पर स्नान करने के उपरांत जल भरकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व स्थित अति प्राचीन शिव भगवान के जटाशंकर मंदिर में जलाभिषेक कर रहे हैं. साथ ही सैकड़ों श्रद्धालु यहां से जलभरकर रामनगर के शिव मंदिर और अरेराज स्थित सोमेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने जा रहे हैं.

महाशिवरात्रि पर कीर्तन का आयोजन
महाशिवरात्रि पर कीर्तन का आयोजन

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अष्टयाम और कीर्तन का आयोजन
मंदिरों में अष्टयाम और हरकीर्तन के भी आयोजन किये गए हैं. कई शिवालयों में बुधवार के दोपहर से अष्टयाम और कीर्तन हो रहे हैं जो शुक्रवार को समाप्त होंगे. मंदिरों में मेला सा नजारा है. दरअसल, कोरोना काल काल के उपरांत पहली दफा मंदिरों में इतनी भीड़ देखने को मिल रही है. बगहा के पक्की बाउली मन्दिर में भी भक्तों का तांता लगा हुआ है.

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