बेतिया: नरकटियागंज में भाकपा माले ने किसान महापंचायत लगाकर सरकार को घेरते हुए कृषि कानून को रद्द करने की मांग की. इस दौरान सैकड़ों किसान और कार्यकर्ताओं ने एक साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके साथ ही हुंकार भरते हुए बुधवार से अनिश्चितकालीन धरना देने और गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर मानव श्रृंखला बनाने का आह्वान किया.
अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत
भाकपा माले ने किसान महापंचायत लगाकर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि किसान आंदोलन के एक महीने से अधिक समय बीत गया है. इसके बावजूद मोदी सरकार देश के किसानों के खिलाफ दुष्प्रचार करने और उनके आंदोलन को बदनाम करने के लिये तरह- तरह का षड्यंत्र रचने में लगी हुई है. किसान महापंचायत में तीनों कृषि विरोधी काले कानून को रद्द करने कि मांग करते हुए देश बचाने के लिये संघर्ष का संकल्प लिया. इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिये जिला मुख्यालय मे 6 जनवरी से अनिश्चित कालिन धरना देने और गणतंत्र दिवश कि पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को हर मुख्य सड़क पर मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम सफल करने का अह्वान किया गया.
देश की कंपनी के खिलाफ लड़ाई
सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि चम्पारण और बिहार के किसान ब्रिटिश कंपनी राज के खिलाफ चलने वाली ऐतिहासिक लड़ाइयों मे कभी पीछे नहीं रहे है. आज फिर देश की कंपनी अम्बानी और अडानी राज के खिलाफ लड़ाई चल रही है. जब नेता अधिकारी जनता के समस्याओं का समाधान नहीं करता है तो जनता अपनी समस्याओं का समाधान सड़कों पर उतरकर करती है.