बेतिया: बीजेपी के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक डॉ. रमाकांत पांडेय ने कोरोना काल में होने वाले आगामी चुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह लगातार राज्य में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. इस हालत में चुनाव नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जब बाल्मीकि नगर लोकसभा उपचुनाव रोका गया. शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव को रोका गया. तो फिर बिहार विधान सभा का चुनाव क्या बिहार के लोगों के जान से ज्यादा महत्वपूर्ण है, जो इसको कराने को लेकर तैयारियां की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस राज्य में कोरोना संक्रमण को देखते हुए मैट्रिक और इंटर के 3 लाख छात्रों को उतीर्ण कर दिया गया. वहां चुनाव को लेकर क्यों चर्चा हो रही है.
'मतदाताओं की चिंता क्यों नहीं'
बीजेपी के पूर्व नेता ने कहा कि जब कोरोना संक्रमण काल में दो गज दूरी बनाने की बात कही जा रही है. तो फिर सात करोड़ मतदाताओं की चिंता क्यों नही की जा रही है. जबकि राजद, कांग्रेस, वामदल के लोग इस समय मे चुनाव का विरोध कर रहे है. बीजेपी भी इन सब बातों को चुनाव आयोग पर ही छोड़ दिया है.
आपातकाल में कार्यकाल 1 वर्ष बढाने का प्रावधान
डॉ. रमाकांत पांडेय ने कहा कि चुनाव आयोग से कोरोना संक्रमण काल मे चुनाव नहीं करवाने की मांग की है. साथ उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट को भी इस मामले पर संज्ञान लेने को कहा है. इनका कहना है कि संविधान की धारा 172( 2) के तहत आपातकाल में विधानसभा का कार्यकाल 1 वर्ष बढाने का प्रावधान है. यह महामारी का आपातकाल है. इसलिए चुनाव टालने के लिए इस संवैधानिक प्रावधान का उपयोग किया जाना चाहिए. यह जनहित में है.