बेतियाः पश्चिमी चम्पारण जिले के बेतिया विधानसभा क्षेत्र में द्वितीय चरण में मतदान होना है. बेतिया विधानसभा सीट पर भाजपा की पूर्व मंत्री रेणु देवी ने भाजपा के सिंबल से नामांकन किया है. रेणु देवी शहर भ्रमण करते बेतिया के रमना मैदान में पहुंची, जहां चुनावी सभा का आयोजन किया था. चुनावी सभा में हैलीकाप्टर से बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह पहुंचे थे. सभा में भाजपा के पूर्व सांसद जनक चमार, राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे समेत दर्जनों नेता मौजूद रहे.
प्रतिष्ठा दांव पर
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि,"मैं आपलोगों का बेटा हूं, आपलोगों के आशीवार्द से आज हैलीकाप्टर से आपके बीच में आया हूं. आपलोग बेतिया से रेणु देवी को जीता दीजिये, नहीं तो मैं पटना में क्या जवाब दूंगा". बता दें कि बेतिया सीट भाजपा के लिए हॉट सीट बन गई है. ये प्रतिष्ठा की सीट है, क्योंकि पिछली बार कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन लिया था. अबकी बार भाजपा हर हाल में यह सीट जितना चाहती है क्योंकि यह सीट बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल के गृह क्षेत्र का है और हमेशा बीजेपी के कब्जें में रहा है. लेकिन 2015 में कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन लिया था.
नहीं होगा कोरोना
बेतिया रमना मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के लौरिया विधायक विनय बिहारी ने विवादास्पद बयान भी दिया है. विधायक ने अपने संबोधन में भारी भीड़ को देखते हुए कहा कि, धन्य है ये धरती चंपारण, निरहुआ सटल रहे तबो कोरोना नइखे सटत कोरोना हमनी के ना होई. ऐसे ना होई की इंहा सीता जी के शक्तिभूमि ह, वाल्मीकि जी के तपो भूमि ह, बस जाना है वोट करना है कमल का बटन दबाना है. बता दें कि लौरिया विधायक सपरिवार कोरोना पोजेटिव हुए थे. 14 दिन आइसोलेशन में रहे थे. फिर भी कोरोना से लोगों जागरूक करने के बजाय वोट लेने के लिए गलत बयानी कर रहे है.
नियमों को नहीं हो रहा पालन
बेतिया में भाजपा के नामांकन कार्यक्रम से लेकर चुनावी सभा से लेकर पूजा पाठ तक के कार्यक्रम में कोविड 19 का ख्याल नहीं रखा गया है. नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई गई है और तो और मंच से विधायक ने कोरोना को ले विवादास्पद बयान तक दें डाला है. उस मंच से यह बयान दिया गया जिस पर बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल सहित अन्य वरीय भाजपा नेता मौजूद रहे. चुनावी सभा में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होना, मास्क का उपयोग नहीं होना, भारी भीड़ का जुटान होना, महामारी को न्यौता देने के समान है. ऐसे में देश की सबसे बड़ी पार्टी अगर भाजपा हैं तो उसे कोरोना को ले सतर्क और लोगों को जागरूक करना होगा और एक अच्छा उदाहरण पेश करना होगा.