बेतिया: जिले का सदर अस्पताल बदहाली का शिकार है. यहां स्वास्थ्य महकमे की पोल खुलती नजर आती है. इस अस्पताल में हजारों मरीज इस उम्मीद के साथ पहुंचते हैं कि उनकी तबीयत सुधर जाएगी. लेकिन उनकी उम्मीदें धरी की धरी रह जाती हैं. इस अस्पताल में पीने के पानी और शौचालय जैसी बुनियादें सुविधाएं भी नदारद हैं.
अव्यवस्था से मरीज परेशान
सदर अस्पताल की इस अव्यवस्था से मरीज परेशान है. उनके लिए ना पीने के लिए पानी व्यवस्था है , ना खाने के लिए कोई सुविधा. ना ही बेड पर बिछाने के लिए चादर मुहैया कराई जाती है. यहां तक कि तबीयत में सुधार के लिए दवा तक उपलब्ध नहीं है. मरीजों के मुताबिक डॉक्टर भी टाइम पर नहीं आते.
अस्पताल उपाधीक्षक का ढुलमुल रवैया
मामले में अस्पताल उपाधीक्षक श्रीकांत दुबे ने गोल-मोल जवाब दिया. डॉक्टरों के सवाल पर उन्होंने कहा कि कई डॉक्टर आउटडोर में भी सुविधा देते हैं, इसीलिए हो सकता है कि उन्हें आने में कभी-कभी देर हो जाती हो. साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में दूसरी असुविधाओं को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.