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बेतिया: जल जीवन हरियाली आभियान को लेकर निकाली गई साइकिल जागरुकता रैली

मौके पर बेतिया के डीडीसी ने कहा कि यह रैली विपिन उच्च विद्यालय से लौरिया तक निकाली जा रही है. जिसकी दूरी 25 किमी है. रैली में छात्राओं के अलावे आम लोग भी भाग ले रहे हैं. उन्होंने लोगों से मानव श्रृंखला अभियान को सफल बनाने की अपील की.

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Published : Jan 14, 2020, 6:12 PM IST

जल जीवन हरियाली
जल जीवन हरियाली

बेतिया: जल जीवन हरियाली आभियान को लेकर 19 जनवरी को बनने वाले मानव श्रृंखला को लेकर जिले में पूरी तैयारी की जा चुकी है. इसको लेकर जिले के बेतिया में एक साइकिल रैली आयोजित की गई. जिसमें सैकड़ों स्कूली छात्राओं ने भाग लिया.

रैली में भाग लेते लोग
रैली में भाग लेते लोग

'ठंड पर भारी रहा उत्साह'
इस रैली में भाग ले रही स्कूली छात्राओं ने कहा कि मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर हमलोग यहां पर एकजुट हुए हैं. इसको लेकर एक बार फिर नया इतिहास बनाने के लिए हमलोग एक साथ आए हैं. छात्राओं का कहना था कि सरकार यह कार्यक्रम जनसरोकार के लिए चला रही है, इसमें सभी लोगों को भाग लेना चाहिए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

25 किमी तक निकाली गई रैली
मौके पर बेतिया के डीडीसी रविंद्र नाथ प्रसाद ने कहा कि यह रैली विपिन उच्च विद्यालय से लौरिया तक निकाली जा रही है. जिसकी दूरी 25 किमी है. रैली में छात्राओं के अलावे आम लोग भी भाग ले रहे है. उन्होंने बताया कि चंपारण गांधी के सत्याग्रह की धरती है. यहा के लोग आजादी के समय से ही सभी आंदोलन का हिस्सा बनते आ रहे हैं. इससे पूर्व दहेज और शराबबंदी को लेकर लोगों ने जिले में सफल मानव श्रृंखला बनाई थी और इसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार की ओर से चलाए जा रहे जल जीवन हरियाली को लेकर लोग पूरी तन्मयता के साथ अभियान को सफल बनाने के लिए जुटे हुए हैं. उन्होंने लोगों से भारी संख्या में अभियान को सफल बनाने की अपील की.

बेतिया: जल जीवन हरियाली आभियान को लेकर 19 जनवरी को बनने वाले मानव श्रृंखला को लेकर जिले में पूरी तैयारी की जा चुकी है. इसको लेकर जिले के बेतिया में एक साइकिल रैली आयोजित की गई. जिसमें सैकड़ों स्कूली छात्राओं ने भाग लिया.

रैली में भाग लेते लोग
रैली में भाग लेते लोग

'ठंड पर भारी रहा उत्साह'
इस रैली में भाग ले रही स्कूली छात्राओं ने कहा कि मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर हमलोग यहां पर एकजुट हुए हैं. इसको लेकर एक बार फिर नया इतिहास बनाने के लिए हमलोग एक साथ आए हैं. छात्राओं का कहना था कि सरकार यह कार्यक्रम जनसरोकार के लिए चला रही है, इसमें सभी लोगों को भाग लेना चाहिए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

25 किमी तक निकाली गई रैली
मौके पर बेतिया के डीडीसी रविंद्र नाथ प्रसाद ने कहा कि यह रैली विपिन उच्च विद्यालय से लौरिया तक निकाली जा रही है. जिसकी दूरी 25 किमी है. रैली में छात्राओं के अलावे आम लोग भी भाग ले रहे है. उन्होंने बताया कि चंपारण गांधी के सत्याग्रह की धरती है. यहा के लोग आजादी के समय से ही सभी आंदोलन का हिस्सा बनते आ रहे हैं. इससे पूर्व दहेज और शराबबंदी को लेकर लोगों ने जिले में सफल मानव श्रृंखला बनाई थी और इसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार की ओर से चलाए जा रहे जल जीवन हरियाली को लेकर लोग पूरी तन्मयता के साथ अभियान को सफल बनाने के लिए जुटे हुए हैं. उन्होंने लोगों से भारी संख्या में अभियान को सफल बनाने की अपील की.

Intro:एंकर : पश्चिमी चंपारण गांधी के सत्याग्रह की धरती है और यह धरती आजादी के लिए किए गए सत्याग्रह के समय से ही हर आंदोलन का हिस्सा बनती है जिसका सीधा नाता सामाजिक मुद्दों से होता है, फिर चाहे वह किसी सामाजिक बुराई के खात्मे के लिए सरकार द्वारा चलाया गया कोई अभियान हो या फिर जल जीवन हरियाली के लिए बनाया जाने वाला मानव श्रृंखला, आलम यह है कि 19 जनवरी को बिहार में बनने वाले मानव श्रृंखला की तैयारी अब जिले में एक और सत्याग्रह का रूप ले चुका है और लोग सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की पूरी तरह तैयार है।


Body:19 जनवरी वह तारीख है जिस दिन बिहार एक बार फिर इतिहास दोहराने जा रहा है लेकिन इस बार ना सिर्फ सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए बल्कि पर्यावरण को बचाने के लिए भी यहां के लोग सरकार के कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं, जिसकी बानगी आज बेतिया में देखने को मिली, जहां मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर आयोजित साइकिल रैली में जनसैलाब उमड़ पड़ा, क्या बुड्ढे क्या नौजवान और क्या महिलाएं हर कोई बिहार को एक बार फिर नया इतिहास बनते देखने को लालायित है ।

बाइक स्कूली छात्रा, साइकिल रैली में भाग लेने वाली

भयंकर शीतलहर और ठंड की परवाह किए बगैर ना सिर्फ इस जिले के आम लोग बल्कि प्रशासन के सबसे बड़े पदाधिकारी भी खुद से सरकार के इस अभियान को सफल बनाने के लिए जद्दोजहद करते दिखे और खुद साइकिल चला कर यह साबित कर दिया कि सामाजिक बुराई हो या फिर पर्यावरण को बचाने की चुनौती हर बाधा को पार करने के लिए पहले खुद ही आगे आना होगा, बेतिया के विपिन उच्च विद्यालय से जैसे ही डीएम ने साइकिल रैली की शुरुआत की वैसे ही सड़कों पर साइकिल लेकर लोग निकल गए और बेतिया से लौरिया तक 25 किलोमीटर की दूरी चंद मिनटों में ही पूरा कर लिया, इतना ही नहीं इस रैली में वैसे लोगों ने भी भाग लिया जो शरीर से कमजोर थे, लेकिन हौसला नहीं हारने व एक नया इतिहास रचने की सनक एक पैर वाले युवक को भी इतना उत्साहित कर दिया कि वह भी साइकिल लेकर सबके साथ निकल पड़ा।

बाइट- रविंद्र नाथ प्रसाद ,डीडीसी, पश्चिमी चंपारण


Conclusion:इस नजारे को देखकर यह यकीन होगी हो चला है की महात्मा गांधी के सत्याग्रह की धरती सही मायने में सत्याग्रह की धरती है और यहां के लोग सत्याग्रह के असली सिपाही, जो यह बताने के लिए काफी है कि आखिर महात्मा गांधी ने चंपारण को ही सत्याग्रह के लिए क्यों चुना, क्योंकि यहां के लोग सामाजिक बुराई को मिटाने व समाज के फायदे के लिए किसी भी आंदोलन का हिस्सा हो सकते हैं, किसी भी सत्याग्रह को उसके मुकाम तक पहुंचा सकते हैं, ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि गांधी की धरती पर नीतीश कुमार का सपना पूरा होता दिख रहा है ।

जितेंद्र कुमार गुप्ता, ईटीवी भारत, बेतिया
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