बेतिया: देश में एक तरफ जात-पात, ऊंच-नीच, क्षेत्रवाद और संप्रदायवाद अपना पैर फैला रहा है. वहीं दूसरी तरफ कई ऐसी शख्सियतें भी मौजूद हैं जो सांप्रदायिक एकता को मजबूत कर रही हैं. ऐसी ही एक शख्सियत हैं अरमानी खां, जो जिले के बगहा इलाके में नवदुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष हैं.
सांप्रदायिक एकता को मजबूत करते अरमानी खां
अरमानी खां नवरात्रि के नौ दिन व्रत का पालन भी करते हैं और पांच वक्त की नमाज भी पूजा मंडप में ही अता करते हैं. बगहा के एक प्रखण्ड स्थित मवेशी अस्पताल के ठीक सामने नवदुर्गा पूजा समिति दुर्गा पूजा का आयोजन करती है. 5 वर्षों से लगातार इसके अध्यक्ष अरमानी खां चुने जाते हैं.
नवरात्रि में नौ दिनों का रखते हैं व्रत
महज 7वीं तक की शिक्षा हासिल करने वाले अरमानी खां यहां सांप्रदायिक एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं. जात-पात और धर्म संप्रदाय की बेड़ियों से इतर ये शख्स पिछले पांच सालों से नवरात्रि में नौ दिनों का व्रत भी रखते हैं और बतौर पूजा कमिटी के अध्यक्ष अपनी सभी जिम्मेदारियां भी पूरी करते हैं.
पूजा मंडप में हीं पढ़ते हैं नमाज
पूजा कमेटी के अध्यक्ष होने की वजह से इनका पूरा दिन पूजा मंडप में ही गुजरता है. यही कारण है कि ये पांचों वक्त की नमाज पूजा मंडप में हीं अता करते हैं. अरमानी खां का कहना है कि देश में भाईचारा बढ़े इसलिए समाज को ये एक अटूट सन्देश देना चाहते हैं.
'हिन्दू मुस्लिम भाई-भाई'
वहीं, कमेटी के सदस्य रामचन्द्र पटेल का कहना है कि हम हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई ही तो हैं. अरमानी खां ने लगातार पांच वर्षों से हमारे बीच के संबंधों को जोड़ रखा है. इन्होंने इस समाज को भाईचारे का अनूठा सन्देश दिया है.