पश्चिमी चंपारण (बेतिया): बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) को पूरी तरह से लागू कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से एक्टिव मोड में काम कर रहा है. इसी कड़ी में बेतिया के पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा के निर्देश पर जिले में एंटी लिकर टास्क फोर्स के जांच दल का (Formation of Anti Liquor Task Force) गठन किया गया है. सभी दलों को अलग-अलग इलाकों की जिम्मेवारी मिली है. कार्रवाई के लिए इन्हें सारे संसाधन भी उपलब्ध कराए गए हैं.
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बता दें कि एंटी लीकर टास्क फोर्स के 4 दलों का गठन हुआ है. जिसमें हर दल में 14 जवान व पदाधिकारी रहेंगे. एंटी लिकर टास्क फोर्स के एक दल की जिम्मेवारी योगापट्टी, लौरिया अंचल, दूसरे दल की जिम्मेवारी सदर अंचल, तीसरे दल की जिम्मेवारी नरकटियागंज अनुमंडल (लौरिया को छोड़कर) की रहेगी. जबकि चौथा दल पूरे जिले में कार्रवाई की जिम्मेवारी होगी. शराब धंधेबाज इंडो नेपाल और यूपी के बॉर्डर से शराब छिपा कर जिले में ला रहे हैं.
दरअसल, शराब माफिया ट्रकों से अनाज, फल के बीच शराब रखकर चोरी छिपे जिले में लाने का प्रयास कर रहे हैं. नेपाल के रास्ते से भी शराब की तस्करी हो रही है. इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस की ओर से विशेष प्रबंध किया गया है. गंडक नदी के रास्ते शराब तस्करी पर रोक के लिए नाव से भी पेट्रोलिंग हो रही है. जबकि सीमाई इलाकों में शराब तस्करी रोकने के लिए एसएसबी के साथ मिलकर पुलिस रणनीति बना चुकी है.
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वहीं, मामले में एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि, एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. जो शराब के भंडारण, अवैध शराब निर्माण, शराब तस्करी आदि मामले में कार्रवाई करेगी. उत्पाद विभाग की ओर से टास्क फोर्स को वाहन भी दी गई है. शराब पर पूरी तरह रोक के लिए पुलिस कटिबद्ध है. इसको लेकर लगातार कार्रवाई जारी है. इस मामले में संलिप्त सैकड़ों लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. हर हाल में शराब के धंधे पर पूरी तरह लगाम लगाया जाएगा.
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