वैशालीः हाजीपुर के क्लब घाट पर प्रेम प्रसंग में चोट खाने के बाद एक युवती ने खुदखुशी का असफल प्रयास किया. युवती ने पुरानी गंडक पुल से नदी में छलांग लगा दी. उसे छलांग लगाता देख कुछ लोग मौके पर शोर मचाने लगे. वहीं नदी किनारे मौजूद एसडीआरएफ टीम ने मामले को समझ लिया. बिना देर किये एसडीआरएफ ने 2 मोटर बोट के साथ कई जवानों को नदी में एक्टिव कर दिया. काफी मेहनत के बाद एसडीआरएफ ने किसी तरह युवती की जान बचाकर नदी से बाहर लेकर आ (Vaishali SDRF Rescued Girl Committing Suicide ) गई. इसके बाद युवती को हाजीपुर नगर थाना (Hajipur Nagar Police Station) को सौंप दिया गया.
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'..अब जीना नहीं है': डूब रही लड़की को नदी किनारे लाकर प्राथमिक उपचार किया गया. इसके बाद नगर थाने की पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो युवती का एक दोस्त और बहन भी मौके पर पहुंच चुकी थी. पुलिस लड़की से पूछताछ कर रही है. नदी से बाहर निकाले जाने के बाद भी लड़की बार-बार एसडीआरएफ से कहती रही कि "उसे अब जीना नहीं है, उसे मर जाना है."
"हाजीपुर क्लब घाट के पास में एक लड़की ने खुदखुशी करने के लिए गंडक नदी में छलांग लगा दी. लोगों ने शोर मचाया और एसडीआरएफ की नजर पड़ी तो दो बोट खोलकर लड़की को बाहर निकाला गया. उसके साथ बाद में उसकी एक बहन और एक लड़का भी आया. लड़की ने किसी लड़के के टेंशन में छलांग लगा दी थी. एसडीआरएफ ने सेवा धर्म का पालन करते हुए लड़की को बचाकर पुलिस के हवाले कर दिया है." - गणेश जी ओझा, एसडीआरएफ इंचार्ज, हाजीपुर
फरिस्ता बन नदी में कूदी एसडीआरएफ टीमः लड़की के नदी में कूदने के बाद एसडीआरएफ टीम फरिस्ता बनकर नदी में उतरे और लड़की को सुरक्षित बचा लिया. टीम में राधेश्याम शर्मा, राजीव रंजन, कुंदन कुमार, श्रीकांत कुमार और विनय यादव शामिल थे.
एसडीआरएफ के जवान भी बाल-बाल बचेः बताया जाता है कि गंडक नदी में पानी बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है. नदी की धारा भी काफी तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में लड़की का बच पाना बेहद मुश्किल था. लेकिन किनारे पर तैनात जवानों ने तुरंत एक्शन लिया. यहां तक की जिस बोट में पेट्रोल नहीं था, उस बोट को लेकर जवान आनन-फानन में लड़की को बचाने निकल पड़े. लड़की को बचाने के दौरान एसडीआरएफ के जवान भी बाल-बाल बचे. हाजीपुर एसडीआरएफ इंचार्ज ने बताया कि जिस बोट में तेल नहीं था, उससे लड़की को बचाया गया था. यही कारण था कि दूसरी बोट की मदद से रेस्क्यू करने वाले बोट को टो करके किनारे लाना पड़ा.
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