वैशाली: जिले में अज्ञात अपराधियों ने एक गर्भवती महिला को गोली मार दी. आश्चर्य की बात तो ये है कि महिला के पेट में लगी गोली के बारे में उसे पता ही नहीं चला. इसके बाद महिला को जब दर्द और ब्लीडिंग हुई, तो उस अस्पताल में भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर जच्चा-बच्चा दोनों को बचा लिया.
पूरा मामला हाजीपुर के औद्योगिक थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव का है. यहां रूपा कुमारी नाम की गर्भवती महिला को अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी. शाम के समय घर के बाहर बैठी रूपा को किधर से गोली मारी गई, ये गोली कहां लगी, गोली किसने चलाई. इस बात की कोई जानकारी नहीं लग पाई. कुछ देर बाद, जब रूपा के पेट के पास से खून बहने लगा और उसे दर्द हुआ तो उसकी मां और पिता उसे स्थानीय चिकित्सक के पास ले गए.
प्राथमिक उपचार के बाद भी होता रहा दर्द
स्थानीय डॉक्टर ने रूपा के पेट से बह रहे खून में पट्टी कर दी और उसे दर्द निवारक दवा दी. इसके बावजूद भी रूपा के पेट का दर्द ठीक नहीं हुआ. जिसके बाद मां-पिता ने रूपा को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां बढ़ते दर्द को देखते हुए डॉक्टर्स की टीम ने ऑपरेशन कर डिलीवरी करने का फैसला लिया.
ऑपरेशन में निकली गोली
सदर अस्पताल में ऑपरेशन कर रही डॉक्टरों की टीम के उस समय होश उड़ गए, जब उन्होंने पेट के अंदर धंसी हुई गोली देखी. इसके बाद उन्होंने तत्काल ऑपरेशन कर पहले गोली को निकाला. इसके बाद डिलीवरी कर जच्चा-बच्चा दोनों को बचा लिया.
सभी हैरत में...
इस पूरे मामले में परिजनों का कहना है कि महिला घर में ही थी. इस दौरान एक आवाज हुई थी. लेकिन उनको इस बात का बिल्कुल आभास नहीं था कि उनकी बेटी को किसी ने गोली मार दी है. वहीं, ऑपरेशन करने वाली डॉ. सुमन केसरी ने बताया कि ये महज इत्तेफाक है कि गोली ऐसी जगह लगी कि कोई नुकसान नहीं हुआ. वरना, इस गोली से मां और बच्चा दोनों की मौत हो सकती थी. सूचना मिलते की पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.