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'बिहार में भगवान की तरह है शराब, दिखता नहीं है लेकिन मिलता है' : RJD MLC रामबली चंद्रवंशी

वैशाली के भगवानपुर होते हुए कुढ़नी से पटना लौट रहे राजद एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी ने बिहार में मची सियासी आग में घी देते हुए शराबबंदी कानून को लेकर ऐसा बयान दिया है. जिसके बाद सियासी घमासान थमने के बजाए और बढ़ जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी
राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी
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Published : Dec 3, 2022, 10:55 PM IST

वैशालीः बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) कानून लागू है. शराबबंदी को सफल बनाने के लिए कड़े कानून भी बनाए गए हैं. इसके बावजूद शराब की तस्करी (Alcohol Smuggling) नहीं थम रही है. जिससे लगातार सवाल उठ रहे हैं. राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी (RJD MLC Rambali Chandravanshi) ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि- बिहार में भगवान की तरह है शराब दिखता नहीं है लेकिन मिलता है. शराब से 3 लोगों के मरने पर कहा कि लोगों का मरना जीना आम बात है. बिहार में मुद्दा होना चाहिए महंगाई. सरसों तेल 200 किलो बिक रहा है. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही. सरकारी मशीनरी में खोट है. पैसे लेते हैं.

ये भी पढ़ें-Liquor Ban in Bihar: सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद बिहार में छिड़ा सियासी संग्राम


"शराब बिहार में भगवान की तरह है जो दिखता कही नहीं है लेकिन मिलती हर जगह है. रुके छिपे लोग शराब पी ही रहे हैं''-रामबली चंद्रवंशी, राजद एमएलसी

शराब दिखता नहीं है लेकिन बिकता हैः वैशाली के भगवानपुर में उन्होंने कहा कि शराब बिहार में भगवान की तरह है जो दिखता कही नहीं है लेकिन मिलती हर जगह है. वैशाली जिले के महनार में जहरीली शराब से हुई मौतों पर पूछे गए सवाल पर अजीबोगरीब तर्क देते हुए एमएलसी ने कहा कि शराब के अलावा अन्य कारणों से भी लोग मरते हैं. यह मरना जीना आम बात है. रामबली सिंह चंद्रवंशी पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि शराब से 3 लोग मर रहे हैं और दूसरे बीमारी से और घटना से लोग मर रहे हैं, तो मरना जीना तो बहुत बड़ी बात नहीं है. लेकिन शराबबंदी बिहार का चुनाव का मुद्दा नहीं हो सकता है.

15 करोड़ जनता का मुद्दा महंगाईः बिहार की जो 15 करोड़ जनता का मुद्दा है, वह है महंगाई है. 2 सौ रुपए किलो करुतेल वगैरह बिक रहा है. लोगों को खटक रहा है. महंगाई जिस तरह की बढ़ रही है. बेरोजगारी खटक रहा है. संविधान की जो धज्जियां उड़ाई जा रही है, वह लोगों को खटक रहा है. इन विषयो पर चुनाव होना चाहिए. शराबबंदी कानून है लेकिन कानून का पालन करने वाले जो एजेंसी है. प्लस जनता. इन दोनों का जब तक सहयोग नहीं मिलेगा तब तक पूरी तरह शराबबंदी सफल नहीं हो सकता है. कहीं ना कहीं जनता में कुछ कमी है या विपक्षी लोग इस को हवा दे रहे हो या प्रजा पूरी तरह से तैयार नहीं है कि शराबबंदी हो. या इसको पालन करने में जो एजेंसी है. सरकारी मशीनरी में खोट है.

पैसे के लेन देन के कारण शराबबंदी सफल नहींः कहीं ना कहीं पैसे का लेन देन है, जिसके कारण ये सब हो रहा है. शराब वैसे ही है, जैसे भगवान दिखते नहीं है. लेकिन भगवान सब जगह है. उसी तरह शराब ऐसी चीज बन गई है. जो दिखता कहीं नहीं है लेकिन यह है सभी जगह. कम से कम कि शराब की वजह से लोग चौक चौराहे पर जो गुंडागर्दी होती थी यह सब से तो कम से कम रहत है. शराब रुके छिपे कोई पी पी रहा है. दंड देकर के तो यह सब कुछ चलते रहता है. बता दे कि कुढ़नी से पटना लौटने के दौरान राजद कार्यकर्ताओ ने एमएलसी को रोक कर उनका स्वागत किया जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह बयान दिया.
ये भी पढ़ें-शराबबंदी पर सियासत: 'बिना तैयारी के सरकार ने की शराबबंदी, नहीं बनाया कोई रोडमैप'

वैशालीः बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) कानून लागू है. शराबबंदी को सफल बनाने के लिए कड़े कानून भी बनाए गए हैं. इसके बावजूद शराब की तस्करी (Alcohol Smuggling) नहीं थम रही है. जिससे लगातार सवाल उठ रहे हैं. राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी (RJD MLC Rambali Chandravanshi) ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि- बिहार में भगवान की तरह है शराब दिखता नहीं है लेकिन मिलता है. शराब से 3 लोगों के मरने पर कहा कि लोगों का मरना जीना आम बात है. बिहार में मुद्दा होना चाहिए महंगाई. सरसों तेल 200 किलो बिक रहा है. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही. सरकारी मशीनरी में खोट है. पैसे लेते हैं.

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"शराब बिहार में भगवान की तरह है जो दिखता कही नहीं है लेकिन मिलती हर जगह है. रुके छिपे लोग शराब पी ही रहे हैं''-रामबली चंद्रवंशी, राजद एमएलसी

शराब दिखता नहीं है लेकिन बिकता हैः वैशाली के भगवानपुर में उन्होंने कहा कि शराब बिहार में भगवान की तरह है जो दिखता कही नहीं है लेकिन मिलती हर जगह है. वैशाली जिले के महनार में जहरीली शराब से हुई मौतों पर पूछे गए सवाल पर अजीबोगरीब तर्क देते हुए एमएलसी ने कहा कि शराब के अलावा अन्य कारणों से भी लोग मरते हैं. यह मरना जीना आम बात है. रामबली सिंह चंद्रवंशी पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि शराब से 3 लोग मर रहे हैं और दूसरे बीमारी से और घटना से लोग मर रहे हैं, तो मरना जीना तो बहुत बड़ी बात नहीं है. लेकिन शराबबंदी बिहार का चुनाव का मुद्दा नहीं हो सकता है.

15 करोड़ जनता का मुद्दा महंगाईः बिहार की जो 15 करोड़ जनता का मुद्दा है, वह है महंगाई है. 2 सौ रुपए किलो करुतेल वगैरह बिक रहा है. लोगों को खटक रहा है. महंगाई जिस तरह की बढ़ रही है. बेरोजगारी खटक रहा है. संविधान की जो धज्जियां उड़ाई जा रही है, वह लोगों को खटक रहा है. इन विषयो पर चुनाव होना चाहिए. शराबबंदी कानून है लेकिन कानून का पालन करने वाले जो एजेंसी है. प्लस जनता. इन दोनों का जब तक सहयोग नहीं मिलेगा तब तक पूरी तरह शराबबंदी सफल नहीं हो सकता है. कहीं ना कहीं जनता में कुछ कमी है या विपक्षी लोग इस को हवा दे रहे हो या प्रजा पूरी तरह से तैयार नहीं है कि शराबबंदी हो. या इसको पालन करने में जो एजेंसी है. सरकारी मशीनरी में खोट है.

पैसे के लेन देन के कारण शराबबंदी सफल नहींः कहीं ना कहीं पैसे का लेन देन है, जिसके कारण ये सब हो रहा है. शराब वैसे ही है, जैसे भगवान दिखते नहीं है. लेकिन भगवान सब जगह है. उसी तरह शराब ऐसी चीज बन गई है. जो दिखता कहीं नहीं है लेकिन यह है सभी जगह. कम से कम कि शराब की वजह से लोग चौक चौराहे पर जो गुंडागर्दी होती थी यह सब से तो कम से कम रहत है. शराब रुके छिपे कोई पी पी रहा है. दंड देकर के तो यह सब कुछ चलते रहता है. बता दे कि कुढ़नी से पटना लौटने के दौरान राजद कार्यकर्ताओ ने एमएलसी को रोक कर उनका स्वागत किया जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह बयान दिया.
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