वैशाली: सावन महीने की अंतिम सोमवारी नजदीक आ गई है. जिसे लेकर काफी संख्या में शिव भक्त अंतिम सोमवारी को भी शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए पहलेजा से गंगाजल लेकर मुजफ्फरपुर के बाबा गरीब स्थान पैदल निकल गए हैं. लगभग 100 किलोमीटर के इस सफर का ज्यादातर हिस्सा वैशाली जिले में पड़ता है, यही कारण है कि हाजीपुर, भगवानपुर और गौरौल सहित रास्ते में कई जगहों पर कांवरियों की सुविधाओं का कई संगठन और कई लोगों के द्वारा खास ख्याल रखा जा रहा है.
कांवरियों के लिए की गई सुविधा बहाल: कांवरियों को पानी पिलाने, दवा देने और खाना खिलाने से लेकर मनोरंजन तक का ख्याल रखने वाले लोगों की टीम काम कर रही है. लोगों का मानना है कि जो शिव भक्त कांवर लेकर पैदल यात्रा करते हैं उनकी सेवा और उनका मनोरंजन करने से भी भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. इसी क्रम में हाजीपुर के गांधी चौक के स्थानीय लोगों ने रात्रि में कावड़ यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया.
स्थानीय लोगों ने भी उठाया आनंद: इस आयोजन में गायिका चित्र कुमारी के अलावा कई स्थानीय लोक कलाकार मौजूद रहे. इन कलाकारों ने दर्जनों हिंदी और भोजपुरी के भक्ति गानों से श्रोताओं का मन मोह लिया. कार्यक्रम खास तौर से कांवरियों के लिए लगाया गया था लेकिन स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद थे.
गानों पर झूमते नजर आए लोग: गायिका के द्वारा जब भोजपुरी गीत 'अब हमसे भंगिया ना पिसाई ए गणेश के पापा हम नैहर जात वानी' की पेशकश की गई तो मंच के सामने खड़े स्थानीय लोग भी झूम उठे. कई लोग गाने के धुन पर खुलकर डांस करते हुए नजर आए. वहीं काफी संख्या में लोगों ने ताली बजाकर कलाकारों का हौसला अफजाई की.