वैशालीः बिहार में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 के परिणाम आने के बाद वैशाली में पहली ग्राम सभा हंगामे की भेंट चढ़ गई. दरअसल ग्राम सभा में मुखिया ही नहीं नदारद रहे और आवास सहायक भी नहीं पहुंचे. जिससे ग्रामीण आक्रोशित (People Ruckus In Gram Sabha Vaishali) हो गए और लापरवाह कर्मचारी और जनप्रतिनिधि के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. आखिरकार इस हंगामें के बीच ग्रामसभा को भंग करना पड़ा.
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दरअसल, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास ऐप और सूची में शामिल परिवारों की प्रतीक्षा सूची के अनुमोदन करने के उद्देश्य से प्रथम ग्रामसभा का आयोजन किया गया था. लेकिन ग्रामसभा में आवास सहायक और मुखिया ही नदारद दिखे. जिसके बाद ग्रामीण भीष्म कुमार सिंह, प्रह्लाद सिंह, अमोद सिंह, राकेश सिंह, रमेश पासवान, भोला कुमार समेत उपस्थित कई लोग हंगामा करते हुए लापरवाह कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे.
बताया जाता है कि लालगंज प्रखण्ड में सात पंचायत में ग्रामसभा लगाना था. इसी दौरान शाहदुल्लाहपुर पंचायत (Shahdullahpur Panchayat) में भी लोग निर्धारित समय ग्यारह बजे पूर्वाह्न में जुट गए. लेकिन पंचायत सचिव के अलावा वहां कोई अधिकारी नहीं पहुंचे. हैरत की बात तो ये है कि इस ग्रामसभा में मुखिया भी नदारद दिखे. जिसके बाद जनता आक्रोशित हो गई और ग्रामसभा को भंग करने की मांग करने लगी. तकरीबन एक घंटे चले हंगामे के बाद प्रतिनियुक्त अधिकारी बीईओ परशुराम सिंह पहुंचे. लेकिन घंटों बाद भी मुखिया पिंकी कुमारी, आवास सहायक अमित कुमार अनुपस्थित रहे.
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हंगामें के बीच ग्रामसभा को भंग कर दिया गया. इस दौरान लोगों ने जमकर बवाल काटा. मौके पर मौजूद कर्मियों और अधिकारियों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ा. पंचायत सचिव राजदेव सिंह ने बताया कि मुखिया और आवास सहायक के उपस्थित नहीं रहने के कारण ग्रामसभा को निरस्त किया गया. उन्होंने कहा कि अनुपस्थित कर्मचारी और जनप्रतिनिधि के खिलाफ वरीय अधिकारी को सूचना दे दी गई है.
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