वैशालीः लोक आस्था का महापर्व छठ त्यौहार 31 अक्टूबर से नहाय- खाय के साथ शुरू हो रहा है. चार दिनों तक चलने वाली इस पूजा में पवित्रता और सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. प्रदेश में इसकी तैयारी काफी पहले शुरू हो जाती है. विभिन्न तालाबों और नदियों में घाटों के निर्माण का काम किया जा रहा है.
इसी क्रम में जिले के सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र में पर्व को बेहतर ढ़ग से संपन्न कराने के लिए एसडीओ शम्भू शरण पांडेय ने सभागार में एसडीपीओ, तीनों अंचल के बीडीओ सहित कई अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक के दौरान अधिकारियों को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए.
घाटों पर उचित व्यवस्था के निर्देश
अनुमंडल क्षेत्र में दर्जनों छठ घाट हैं. इसमें गंगा, सोन, माही नदियों के किनारे क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण पूजा करने बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. बैठक में छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसके लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के उचित बंदोबस्त करने का निर्देश दिया गया है.
'घाट पर मौजूद रहेंगे गोताखोर'
एसडीओ ने बताया कि सभी घाटों पर लाइट, सीसीटीवी वीडियो रिकार्डिंग कराने की बात कही. इसके साथ ही खतरनाक घाटों का पहचान कर वहा लाल कपड़े लगाने का निर्देश दिया. वहीं, सुरक्षा की दृष्टी से सभी छठ घाटों पर गोताखोर और नाव से निगरानी भी किया जाएगा. पर्व के दौरान अधिकृत नाव को छोड़कर नाव की परिचालन को अगले आदेश तक बंद रखने की बात कही है.
कई घाट अभी दुरुस्त नहीं
क्षेत्र के पहलेजा, पुराना गंडक घाट, कालीघाट की पड़ताल किये जानें पर स्थितियां अभी दुरुस्त नहीं हुई है. इस संबंध में एसडीओ ने कहा कि नगरपंचायत के अधिकारी से बात कर इस समस्या को दूर किया जाएगा. निर्धारित समय पर सभी घाटों की साफ-सफाई की तैयारियां पूरी कर ली जाएगी. पर्व के मौके पर सुरक्षा की दृष्टी से एसडीआरएम एनडीआरएफ टीम घाटों पर तैनात रहेगी.
एसडीओ की अपील
एसडीओ ने ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से पर्व को शांती और सुरक्षा के साथ मनाने की अपील की. उन्होंने सभी को खतरनाक घाटों पर जाने से बचने और छठ पूजा के संध्या और सुबह वाले समय पर बच्चों को पानी से दूर रखने को कहा.