वैशालीः बिहार के वैशाली में सदर अस्पताल (girl missing from Sadar Hospital vaishali) से तीन वर्षीय बच्ची गायब हो गई. इसके बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. बताया गया कि लेबर वार्ड में बच्ची को मां के पास छोड़कर दादी गर्म पानी लेने गई थी, थोड़ी देर बाद वापस आई तो बच्ची गायब थी. इसके बाद कई घंटों तक बच्ची को सदर अस्पताल और आसपास के इलाकों में खोजा गया लेकिन बच्ची का कोई अता पता नहीं चल सका.
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क्या है मामलाः सोनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाले गोल्डन खान की पत्नी को डिलीवरी के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल लाया गया था. यहां उसे एक पुत्र हुआ. जच्चा-बच्चा की देखरेख में उसकी दादी चंदा बानो लगी हुई थी. उनके साथ उनकी तीन वर्षीय पोती गुड्डा भी मौजूद थी. डॉक्टरों के निर्देश अनुसार चंदा बानो मरीज के लिए गर्म पानी लेने लेबर वार्ड से नीचे आई थी. उन्होंने अपनी पोती गुड्डा को भी साथ चलने को कहां था, लेकिन बच्ची अपने नवजात भाई के साथ रहने की जिद करके वहीं रुक गई. चंद मिनटों बाद जब चंदा बनो गर्म पानी लेकर लेबर वार्ड में पहुंची तो गुड्डा को गायब पाया.
सिक्योरिटी वाले नहीं कर रहे मददः एक तरफ जहां अस्पताल कर्मी से लेकर मरीज के परिजन तक बच्ची के गायब होने से परेशान नजर आ रहे थे. वहीं अस्पताल की सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी गार्ड मामले से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए. इस विषय में जब सिक्योरिटी सुपरवाइजर रमेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे शिकायत मिली है, लेकिन बच्ची इन लोगों की लापरवाही से गुम हुई है. इस में सिक्योरिटी गार्ड की कोई गलती नहीं है.
सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने परिजन की लापरवाही बताईः चंदा बानो ने बताया कि पोती के गायब होने के बाद वह अपने एक और रिश्तेदार के साथ बच्ची की खोज में जुट गई. काफी देर तक सदर अस्पताल व आसपास के इलाकों में खोजने के बाद उन्होंने बच्ची के गायब होने की सूचना सदर अस्पताल के सिक्योरिटी सुपरवाइजर रमेश कुमार को दी. साथ ही उनसे बच्ची को खोजने में मदद की गुहार लगाई, लेकिन रमेश कुमार ने उनसे साफ कह दिया कि बच्ची आपकी लापरवाही से गुम हुई है. इसमे वह कुछ नहीं कर सकते.
"हमलोग सोनपुर से अपनी बहू को देखने आए हैं. नीचे गर्म पानी लेने के लिए गए. पानी लेने जाते समय बच्ची को आने के लिए बोले थे, तो वह बोली कि बाबू के पास रहेंगे. जब पानी लेकर ऊपर गए तो बच्ची गायब थी. दो घंटे से हम लोग बच्ची को खोज रहे हैं, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल रहा है. वह कहां गई क्या हुआ कुछ पता नहीं है" - चंदा बानो, बच्ची की दादी
"शिकायत मिली है कि इन लोगों ने अपने बच्चे की निगरानी नहीं की. इसी वजह से इनका बच्चा गुम हो गया है. यह नीचे आई थीं. उनके पीछे-पीछे बच्चा आ गया होगा और भटक गया. जब बच्चा ऊपर में छोड़ कर आई थीं, तो किसको बताकर आई थीं. अगर बता कर आई होतीं तो बच्चा गुम हुआ तो उसको पता होता ना. हमारी जिम्मेवारी पेशेंट की देखभाल करना और पेशेंट को कोई असुविधा ना हो इसका ख्याल रखना है" - रमेश कुमार, सिक्योरिटी सुपरवाइजर.
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