सिवान: पिछले कुछ समय से सिवान नगर परिषद को नगर निगम बनाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी. नगर निगम बनाने का प्रस्ताव सीवान जिला प्रशासन द्वारा भेजा भी गया था, लेकिन जब नीतीश सरकार के कैबिनेट की बैठक हुई और नए नगर निगम के नाम की घोषणा हुई तो उसमें सिवान का नाम नगर निगम में दर्ज नहीं था.
18 गांव को मिलाकर नगर परिषद क्षेत्र का किया गया विस्तार
हालांकि सिवान नगर परिषद क्षेत्र को 3 प्रखंडों के 18 गांवों को मिलाकर विस्तार किया गया है. इसमें विजय हाता, पकड़ी बंगाली, हकाम, विंदुसारबुर्जुग, दारोगाहाता, जियाय, रसीदचक, सुरापुर, अतरसुआ, माहपुर, चांप राजस्व गांव, टड़वा, मोहद्दीपुर, भादा काला, भादा खुर्द, पकवलिया, पैंगबंरपुर और रेनुआ गांव को शामिल किया गया है. इन सभी जगहों पर नागरिक सुविधाओं में वृद्धि होगी. इन पंचायतों को नगर परिषद में मिल जाने से करीब 50 हजार की जनसंख्या में इजाफा हो जाएगी.
कही खुशी तो कही गम
सिवान जिले को नीतीश कैबिनेट में छह नगर पंचायतों की सौगात जरूर मिली है. कैबिनेट की बैठक के पास हुए प्रस्ताव में सिवान के आंदर, गुठनी, हसनपुरा, गोपालपुर, बसंतपुर तथा बड़हरिया को नगर पंचायत बनाने की घोषणा हुई है. वहीं, सिवान नगर परिषद के नगर निगम में उत्क्रमित नहीं होने से आम जनता को निराशा हाथ लगी. सिवान के लोगों को उम्मीद थी कि नगर निगम बनेगा तो सीवान और बेहतर ढंग से विकास कर सकेगा.
दूसरी ओर गुठनी, बसंतपुर, गोपालपुर, आंदर, हसनपुरा तथा बड़हरिया के लोगो में नगर पंचायत का दर्जा मिलने पर खुशी की लहर दौड़ गयी. लोगों ने नीतीश सरकार के इस कदम की प्रशंसा की और उम्मीद जताया कि नगर पंचायत बनने से विकास और बेहतर ढंग से हो सकेगा.