सिवान: बिहार के सिवान जिले में हुई 20 लाख की लूट मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिसिया जांच में पीड़ित एटीएम कंपनी का कर्मी भी मख्य अपराधी निकला है. उसने ही इस पूरी लूट की कहानी रची थी. पुलिस को झूठी कहानी बताकर गुमराह करने की कोशिश की गई थी. हालांकि पुलिस ने जांच कर मामले का उद्भेदन कर दिया है. साथ ही एटीएम कर्मी को गिरफतार कर लिया है.
पुलिस को झूठी कहानी सुनाई: दरअसल, दरौंदा थाना क्षेत्र के मदनपुर गांव निवासी शिवप्रसाद का पुत्र सुशील कुमार ने बताया था कि वह एटीएम-वन प्राइवेट कंपनी में पैसा डालने का काम करता हैं. वह 22 दिसंबर की रात महाराजगंज एक्सिस बैंक से 20 लाख रुपया निकाल कर जनता बाजार स्थित एटीएम वन में पैसा डालने के लिए निकला था. तभी महाराजगंज के पास अपराधियों ने उसे लूट लिया.
हथियार के बल पर लूट की बात कही: सुशील कुमार ने बताया था कि अपराधियों ने उससे हथियार के बल 20 लाख रूपये की लूट की थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले को लेकर शिकायत दर्ज की थी. इस संबंध में अज्ञात अपराधकर्मियों के विरूद्ध महाराजगंज थाना कांड संख्या-354/23 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था. जिसके बाद पुलिस द्वारा इस घटना का उद्भेदन कर लिया गया है.
पूछताछ में उगला राज: पुलिस ने तकनिकी साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज और अनुसंधान के क्रम में यह स्पष्ट किया कि सुशील कुमार से 20 लाख रूपये की लूट नहीं हुई है. पूछताछ के दौरान एटीएम कर्मी ने बताया कि उसके द्वारा रकम से कम कम पैसे एटीएम में डाले जा रहे थे. वहीं, बचे पैसे का गबन कर अपने उपयोग में खर्च किया जा रहा था. कुछ दिनों में पैसों का ऑडिट होने वाला था. ऐसे में उसने अपने आपको बचाने के लिए लूट की झूठी घटना बताकर कांड दर्ज कराया.
"पुलिस ने एटीएम कर्मी की निशानदेही पर रूपये वाला बैग को जनता बाजार स्थित इण्डिया-1 एटीएम कमरे से बरामद कर लिया है. आरोपी द्वारा रास्ते में ही मोबाईल फेंक दिया गया था. पुलिस द्वारा इस घटना का दो दिनों के अंदर खुलासा कर दिया गया है. लूट की कोई घटना घटित नहीं हुई है." - शैलेश कुमार सिन्हा, एसपी, सिवान
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