बगहा: बिहार के बगहा में तेंदुआ उस समय मुसीबत में फंस गया, जब वह देर रात चहलकदमी कर रहा था. अचानक खेत में लगे कंटीले तार में फंस गया. उसके दहाड़ने की आवाज सुन लोग रात में दहशत में पड़ गए. वह रातभर फंसा रहा. सुबह-सुबह तेंदुआ की दहाड़ का अनुमान लगाते हुए लोग खेत की तरफ पहुंचे तो हैरान रह गए.
शिकार की खोज में निकला था तेंदुआ: तेंदुआ खेत की सुरक्षा में लगाए गए कंटीले तार में फंसा हुआ था. नजदीक जाने से भयभीत लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. घटना बगहा के नरवल बोरवल पंचायत स्थित पीपरा गांव की है. 347 नंबर रेलवे पुल के पास विकास वैभव चौराहा के नजदीक किसानों के खेत में लगे बैरिकेडिंग तार की जाली में तेंदुआ फंस गया था.
ट्रेंकुलाइज के बाद रेस्क्यू: लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. पहले तो उसे जाल से रेस्क्यू करने की कोशिश की गई, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली. जिसके बाद तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर बेहोश किया गया और फिर उसे तार से छुड़ाया गया.
"एक तेंदुआ जंगल से भटक कर ग्रामीण इलाके में पहुंच गया था. जहां वह एक खेत में तार कांटा से लगाए गए बाड़े में फंस गया था. ग्रामीणों से मिली सूचना पर हमलोगों ने पहुंच कर तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया. उसका दाहिना पांव कांटे में फंसा हुआ था, जिससे उसका पैर जख्मी हो गया है. तेंदुआ को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. होश में आने के बाद उसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा." -सुनील कुमार, बगहा रेंजर, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व
पिछले हफ्ते बकरियों को बनाया था शिकार: बता दें कि दो हफ्ते पूर्व इसी गांव के अगल बगल में एक जंगली जानवर द्वारा खेत में चर रहे बकरियों को अपना शिकार बना लिया गया था. इसके बाद ग्रामीण तेंदुआ या बाघ द्वारा बकरी का शिकार करने की बात कह रहे थे. वन विभाग चिह्नित नहीं कर पाया था कि किस जानवर द्वारा शिकार किया गया था. हालांकि उस दौरान वन विभाग की टीम ने सियार द्वारा शिकार करने का अंदेशा जताया था.
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