सीतामढ़ी: जिले के रीगा थाना क्षेत्र के खैरमा गांव में बुधवार की सुबह मटर की खेत से लावारिस नवजात शिशु बरामद किया गया है. नवजात शिशु को रीगा पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है. जहां नवजात की चिकित्सा की जा रही है. नवजात शिशु पूरी तरह से स्वस्थ है और उसके अंदर किसी प्रकार की शारीरिक विकृति भी नहीं पाई गई है.
मटर के खेत से मिला नवजात
अस्पताल प्रबंधन की ओर से नवजात शिशु की देखभाल की जा रही है. खैरवा गांव की कुरेशा खातून सुबह शौच के लिए निकली थी, उसी दौरान उन्हें मटर के खेत से किसी नवजात की रोने की आवाज मिली. जिसके बाद उन्होंने उस नवजात को अपने घर ले आई और घरेलू उपचार के बाद उसे इलाज के लिए रीगा पीएसी ले गई. जहां बच्चे की जांच करने के बाद उसे बेहतर देखभाल के लिए एसएनसीयू वार्ड रेफर कर दिया गया. कुरेशा के पति मोहम्मद हनीफ ने बताया कि इलाज के बाद अगर वह लावारिस नवजात उसे दे दिया जाता है, तो वह उसकी देखभाल करेगा.
स्वस्थ है बच्चा
एसएनसीयू वार्ड के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु कुमार ने बताया कि रीगा पीएचसी से नवजात को रेफर किया गया था. नवजात पूरी तरह से स्वस्थ है और उसकी बेहतर देखभाल की जा रही है. गुरुवार को विभागीय प्रक्रिया पूरी करने के बाद नवजात शिशु को चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया जाएगा. बच्चे में किसी प्रकार की शारीरिक विकृति नहीं पाई गई है. बच्चा बेहद ही स्वस्थ है.
संतान प्राप्ति के लिए मांगते हैं मन्नते
नवजात शिशु को लावारिस हालत में मिलने की चर्चा पूरे रीगा प्रखंड क्षेत्र में हो रही है. महिला हो या पुरुष सभी उस मां को कोस रहे हैं, जिस मां ने अपने नवजात को जन्म देकर खेत में फेंक दिया है. लोगों का कहना है कि संतान प्राप्ति के लिए अनेकों लोग मंदिर-मस्जिद में पूजा अर्चना कर मन्नते मांगते हैं. इसके बाद भी गोद सूनी रह जाती है, लेकिन इस मां ने तो औलाद और मां के रिश्ते को कलंकित कर दिया है.