सीतामढ़ी: जिले में नेपाल पुलिस ने बंधक बनाए गए एक भारतीय को रिहा कर दिया है. व्यक्ति का नाम लगन राय है. शुक्रवार को बॉर्डर पर तनाव के बीच नेपाल पुलिस ने एक भारतीय किसान को बंधक बना लिया था. डीएम और एसपी के सफल प्रयासों के बाद किसान को मुक्त कराया गया.
जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी को लेकर नेपाल में लॉकडाउन लागू है. इस बीच शुक्रवार को सोनबरसा थाना क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा के पीपरा परसाइन पंचायत के लालबंदी जानकीनगर बॉर्डर पर किसान हर रोज की तरह अपने खेतों में काम करने गए थे. तभी अचानक नेपाल शस्त्र पुलिस बल के जवानों ने मजदूरों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी.
खेतों में गए थे काम करने
भारतीय किसानों ने बताया कि रोज की तरह वे भारतीय सीमा के खेतों में काम करने गए थे. लेकिन, नेपाल शस्त्र पुलिस ने उन्हें काम करने से रोका. खेत में काम कर रहे मजदूर विकेश कुमार, उमेश राम, उदय ठाकुर ने जब इसका विरोध किया, तब नेपाल पुलिस के जवानों ने मजदूरों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
फायरिंग में 1 की मौत
गोलीबारी में लालबंदी निवासी नागेश्वर राय के 25 वर्षीय पुत्र विकेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं, विनोद राम के पुत्र उमेश राम की दाहिने हाथ में गोली लगी थी. इसके अलावा सोहरवा निवासी बिंदेश्वर ठाकुर के पुत्र उदय ठाकुर को जांघ में गोली लगी थी. नेपाल पुलिस जवानों की ओर से अचानक फायरिंग होता देख मजदूर इधर-उधर भागने लगे थे.
नेपाल शस्त्र बल के जवानों ने चलाई 18 राउंड गोली
बता दें कि नेपाल शस्त्र बल के जवानों ने भारतीय सीमा की खेतों में काम कर रहे मजदूरों पर 18 राउंड गोलियां चलाईं थीं. जिसमें मजदूर घायल हुए और दर्जनों मजदूर काम छोड़कर खेतों से भागने लगे थे.
भारत-नेपाल सीमा पर तनाव
गौरतलब है कि फायरिंग की घटना के बाद जहां भारत-नेपाल की सीमा पर तनाव व्याप्त है. वहीं, अपनी-अपनी सीमाओं पर दोनों देश के जवान तैनात हैं. भारतीय सीमा पर एसएसबी के जवान तैनात हैं तो वहीं, नेपाल की सीमा पर नेपाल शस्त्र बल के जवान तैनात हैं. भारत-नेपाल की सीमा से सटे गांवों में दहशत का माहौल है. लोग डरे हुए हैं.